डेस्क। स्वाइन फ्लू के संक्रमण को घातक माना जाता है। विज्ञानियों ने सुझाव दिया है कि आहार में स्वास्थ्यवर्धक तत्वों का शामिल किया जाए तो स्वाइन फ्लू के संक्रमण से बचा जा सकता है। राजधानी के न्यूट्री हेल्थ सिस्टम्स की आहार विशेषज्ञ ने कहा कि स्वाइन फ्लू के संक्रमण से बचाव में आहार की बेहद अहम भूमिका है क्योंकि स्वाइन फ्लू अधिकांशत: ऐसे लोगों में ही फैलता है जिनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है।
लक्षण पहचानें
रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के लिए विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें। बेहद कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों को भी अपने भोजन में मांस, मछली और सोया जैसे अत्यंत पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए। ताजा गाजर, आंवला और पालक के जूस का सेवन करने से भी एच1एन1 विषाणु से लडऩे में मदद मिलती है। तुलसी, लहसुन और हल्दी जैसे खाद्य भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं।
भूख का न लगना भी स्वाइन फ्लू का लक्षण हो सकता है। स्वाइन फ्लू से संक्रमित हो चुके रोगियों के लिए संतुलित आहार के बारे में उन्होंने कहा कि जानबूझकर न खाएं। थोड़ा-थोड़ा और बार-बार खाएं। अपने भोजन में ताजे फल और सब्जियों को अधिक से अधिक शामिल करें तथा कई तरह के तरल पदार्थों जैसे सब्जियों के सूप को भी अपने भोजन में शामिल करें। संक्रमित लोगों को हालांकि अपनी खाई हुई चीजें दूसरों को देने से बचना चाहिए तथा चाय और कॉफी पीने से भी बचना चाहिए।