आंखों की देखभाल बहुत जरूरी है। आंखें हमारे शरीर का अभिन्न अंग है। इसकी देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है। थोड़ी सी लापरवाही कम उम्र में ही आंखें कमजोर कर देती हैं। इसके साथ ही कई रोगों की आशंका भी बढ़ जाती है। आज के समय में लोग लंबे समय तक गैजेट का इस्तेमाल, देरी तक मोबाइल आदि की स्क्रीन देखते हैं। यह आंखों की सेहत को प्रभावित करते हैं। हालांकि इनका प्रयोग कम करने के अलावा खानपान पर भी खास ध्यान रखने की जरूरत होती है।
ऐसा करें
* फिटकरी का छोटा टुकड़ा सेंककर सौ ग्राम गुलाबजल में डालकर रख लें। रोजाना रात को सोते समय इस गुलाबजल की चार-पांच बूंद आंखों में डालें। इससे चश्मे का नंबर कम होना शुरू हो जाएगा।
* पैर के तलवों पर तिल के तेल की मालिश करके सोएं. सुबह के समय नंगे पैर हरी घास पर चलें व नियमित रूप से अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें।
* रातभर त्रिफला चूर्ण पानी में भिगोकर, सुबह छानकर उस पानी से आंखें धोने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
* आंखों का सूक्ष्म व्यायाम करें। इसमें आंखों को दाएं से बाएं, बाएं से दाएं, ऊपर नीचे, नीचे ऊपर और क्लॉकवाइज व एंटीक्लॉकवाइज घुमाएं। प्रत्येक क्रिया कम से कम २ मिनट तक करें। इसके अलावा प्राणायाम, अनुलोम विलोम, शवासन, सर्वांगासन करें।
* 3-6 ग्राम त्रिफला चूर्ण, शहद या गाय के घी के साथ लें।
* आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए गाय के घी से सिर की मालिश फायदेमंद है।
* आंवले के पानी से आंखें धोने से या गुलाबजल डालने से आंखें स्वस्थ रहती हैं।
* बादाम की गिरी, बड़ी सौंफ व मिश्री तीनों को समान मात्रा में मिलाकर एक चम्मच मिश्रण एक गिलास दूध के साथ रात को सोते समय लें।
* पीले व अन्य रंगों के फल व सब्जियां नियमित खाएं। जैसे पालक, पपीता, नींबू, अनार, संतरा, मेथी, टमाटर, गाजर आदि। ये विटामिन ई व सी से युक्त होती हैं जिनसे आंखें स्वस्थ रहती हैं।
* मुंह में पानी भर कर आंखों पर ताजे पानी के छींटें मारें।
* आँखों की समस्या से निजात पाने के लिए पर्याप्त नींद लें। वक्त पर सोने और पर्याप्त नींद लेने से आँखों में दर्द की शिकायत नही रहती।