लखनऊ। पूर्ण विलय न होने से नाराज लोहिया अस्पताल के कर्मचारी व अधिकारियों ने सोमवार से दो घंटे कामकाज ठप रखने का ऐलान किया है। पांच अक्तूबर तक कर्मचारी सुबह आठ से 10 बजे तक कामकाज ठप रखेंगे। इसकी वजह से ओपीडी व भर्ती मरीजों को परेशानियां झेलनी पड़ेंगी। लोहिया अस्पताल का संस्थान में विलय हो रहा है।
कर्मचारियों का भविष्य अधर में
लोहिया कर्मचारी अस्तित्व बचाओ मोर्चा के उपाध्यक्ष (प्रशासन) अनिल चौधरी ने बताया कि विलय से छात्रों को फायदा होगा लेकिन अस्पताल के कर्मचारियों का भविष्य अधर में लटक गया है। अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। पहले सभी अधिकारी व कर्मचारी सहित पूर्ण विलय करने का दावा किया गया था। अब अधिकारी मुकर गए हैं। मोर्चा के उपाध्यक्ष राजेश शुक्ला ने बताया कि सुबह आठ से 10 बजे तक नियमित कर्मचारी कार्य बहिष्कार करेंगे। अधिकारी.कर्मचारी काम में सहयोग नहीं करेंगे।
जांचेें नहीं होंगी
डॉ. राम मनोहर लोहिया की प्रतिमा के पास एकत्र होकर आन्दोलन करेंगे। इस दौरान वार्ड में नर्स, पैथोलॉजी व एक्सरे समेत दूसरी जांचें नहीं होंगी। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने लोहिया कर्मचारियों को समर्थन देते हुए समझौते के अनुसार समायोजन करने की मांग की है। परिषद के अध्यक्ष सुरेश रावत महामंत्री अतुल मिश्र, राजकीय फार्मेसिस्ट महासंघ के अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि 31 जनवरी 2019 को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में परिषद के साथ लोहिया कर्मचारी अस्तित्व बचाओ मोर्चा की मांगों पर बैठक आहूत की गई थी। इसमें कर्मचारियों का समायोजन संस्थान में किया जाने पर बात हुई थी। उधर, यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्टीरियल एसोसिएशन ने लोहिया कर्मचारी अस्तित्व बचाओ मोर्चा के आन्दोलन को समर्थन देने का ऐलान किया है।