डेस्क। आपका लीवर बताता है आप स्वस्थ हैं कि नहीं। आइए आपको इसके बारे में जानकारी देते हैं। कई बार ऐसा होता है जब प्रदूषण, खराब भोजन और पानी की वजह से आपके लीवर में विषाक्त तत्व एकत्रित हो जाते हैं। इससे लीवर पर भार बढ़ जाता है और शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति में भी कमी आती है। ऐसे में लीवर को डिटॉक्स करना बेहद जरूरी होता है।
लीवर हमारे शरीर में पाचन के लिए पाचक रस का प्रोडक्शन, विटामिन्स का भंडारण, हार्मोन्स को नियमित रखना और रक्त शुद्ध करना जैसी चीजें शामिल हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बताने वाले हैं जो यह बताते हैं कि आपके लीवर में विषाक्त तत्वों की मात्रा ज्यादा हो गई है और आपको इसे डिटॉक्स करने की जरूरत है।
आपके शरीर में बनने वाले विषाक्त तत्व आपके दिमाग और मूड को बुरा प्रभावित करते हैं। ऐसे में मूड स्विंग्स, गुस्सा और बेचैनी आदि के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। यह एक संकेत की तरह है जो बताता है कि आपको अपना लीवर डिटॉक्स करने की जरूरत है।
लीवर में टॉक्सिन्स की मात्रा बढऩे का एक लक्षण यह भी होता है कि आपको खूब पसीना आता है। इसके अलावा शरीर और सांसों से बदबू आने के लक्षण भी देखे जाते हैं। आपके शरीर में ज्यादा मात्रा में टॉक्सिन्स इक_े हो जाने की वजह से जीभ पर सफेदी आ जाती है।
बहुत ज्यादा थकान महसूस करना भी इस बात का संकेत है कि आपके लीवर के साथ सब कुछ ठीक नहीं है। जब लीवर पर अतिरिक्त भार बढ़ जाता है तब आप हमेशा थकान महसूस करते हैं। ऐसे में आपको अपना लीवर डिटॉक्स करने की जरूरत होती है।
लीवर ठीक तरह से काम नहीं कर रहा है तो आपको कब्ज, सीने में जलन, एसिडिटी और डायरिया जैसी समस्याएं हैं।
उल्टी भी लीवर में टॉक्सिन्स के ज्यादा होने का लक्षण है। बहुत ज्यादा मात्रा में गैस, पेट में दर्द आदि भी लीवर में दिक्कतों की वजह से होता है।
लीवर को डिटॉक्स करने के लिए सबसे पहले आपको एल्कोहल का सेवन कम या फिर बंद ही कर देना चाहिए। ज्यादा मात्रा में शराब पीने से आपके लीवर में ऐंठन आ जाती है। लीवर को स्वस्थ रखने के लिए आपको एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर फल और सब्जियां खाने की जरूरत होती है। इसके लिए साबुत अनाज, हेल्दी सीड्स, नट्स और प्रोटीन ज्यादा से ज्यादा मात्रा में खाएं। हर्बल टी और ग्रीन टी भी लीवर को डिटॉक्स करने में मदद करती है। नियमित व्यायाम, योगा और वर्कआउट भी लीवर को सेहतमंद बनाए रखने में मदद करता है।