डेस्क। टाइप 1 डायबिटीज वाले अधिकांश लोगों में, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली, जो आम तौर पर संक्रमण से लड़ती है, अग्न्याशय में कोशिकाओं को नष्ट कर देती है जो इंसुलिन बनाती हैं। आपका अग्न्याशय इंसुलिन बनाना बंद कर देता है। टाइप 1 डायबिटीज वाले लोगों को जीवित रहने के लिए हर रोज इंसुलिन लेने की जरूरत होती हैं। टाइप 1 डायबिटीज आमतौर पर बच्चों और युवा वयस्कों में होता है, हालांकि यह किसी भी उम्र में हो सकता है। अगर डायबिटीज माता-पिता या भाई को है तो टाइप 1 मधुमेह के विकास की संभावना बढ़ सकती है।
लक्षण
बढ़ती प्यास और लगातार पेशाब होना, मधुमेह में यूरिन की समस्या बढ़ जाती है और उसमें भी यह रात के समय ज्यादा होती है। क्योंकि शरीर में इक_ी होने वाली शुगर को किडनियां बाहर निकालने लगती हैं। इसके कारण शरीर से पानी भी बाहर निकल जाता है। प्यास भी बार-बार लगती है, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शरीर से यूरिन के माध्यम से पानी ज्यादा निकल जाता है। पानी निकलने से शरीर में इसकी कमी हो जाती है। आपको थकावट और भूख महसूस होगी। आपका शरीर उस कैलोरी को नहीं पचा पाता जिसे शरीर ग्रहण करता है। टाइप 1 डायबिटीज होने का यह भी एक संकेत है, जब व्यवहार परिवर्तन होने लगे और चिड़चिड़ापन होने लगे तो यह ठीक नहीं है। इस अवस्था में सांसों से फलों की गंध आती है यानी आपकी सांसों से एक तरह का स्मेल आता है। जब शुगर आंखों के लेंस में भी बननी शुरू हो जाती है तो, यह आंखों से अतिरिक्त नमी को सोख लेती है। इससे आंखों के लेंस के आकार में बदलाव आ जाता है।