लखनऊ। प्रदेश में लखनऊ पहला जिला है जहां गैरमलिन बस्तियों में नगरीय आशाओं की नियुक्ति की गयीं है, इस बात की प्रशंसा मिशन निदेशक ने भी की है। यहां से प्रशिक्षित होने के बाद सभी अरबन आशाएं अपने नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाली बस्तियों में कार्य करेंगीं तथा महिला आरोग्य समिति का गठन करेंगी, जिसमें 10 से लेकर 20 तक सदस्य होंगे और एक महिला उसकी अध्यक्ष होगी। आशा उसकी सचिव होगी। महिला आरोग्य समिति के खाते में प्रति वर्ष 5000 रुपये की राशि सरकार द्वारा भेजी जाएगी। यह बात मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र अग्रवाल ने कही। उन्होंने कहा कि यह नगरीय क्षेत्रों में नान स्लम का दूसरा बैच है।
32 नगरीय आशाओं ने लिया प्रशिक्षण
एएनएम प्रशिक्षण केंद्र, अलीगंज में गैर मलिन बस्तियों की नवीन चयनित नगरीय आशा प्रशिक्षण संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण 26 अगस्त से प्रारंभ हुआ। इस आठ दिवसीय प्रशिक्षण में कुल 32 नगरीय आशाओं ने भाग लिया, प्रशिक्षण के बारे में जानकारी देते हुए कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ एसके सक्सेना ने बताया कि इस दौरान आशाओं को एक दिन नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सेवा सदन का भ्रमण भी कराया गया, जहां प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ अंदलीब रिजवी ने नगरीय आशाओं को परिवार नियोजन के साधनों के विषय में विस्तार से जानकारी दी तथा नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध सुविधाओं तथा स्टाफ की उपलब्धता के बारे में बताया, उसी दिन आशाओं ने फील्ड विजिट भी किया।
प्रमाण पत्र दिए गए
जहां प्रशिक्षक हरप्रीत कपूर तथा कामिनी द्विवेदी ने आशाओं को मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य के बारे में तथा उनको होने वाली कठिनाइयों के बारे में बताया। प्रशिक्षण के अंत में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अजय राजा ने सभी सफल प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। इस प्रशिक्षण में आशाओं को नियमित टीकाकरण, परिवार नियोजन ,शहरी स्वास्थ्य पोषण दिवस तथा संचारी एवं गैर संचारी रोगों के विषय में जानकारी दी गई।
महिला आरोग्य समिति के खाते में भेजी जाएगी यह राशि
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि यह नगरीय क्षेत्रों में नान स्लम का दूसरा बैच है।उन्होंने बताया कि प्रदेश में लखनऊ पहला जिला है ,जहां गैरमलिन बस्तियों में नगरीय आशाओं की नियुक्ति की गयीं है, इस बात की प्रशंसा मिशन निदेशक ने भी की है। यहां से प्रशिक्षित होने के बाद सभी अरबन आशाएं अपने नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाली बस्तियों में कार्य करेंगीं तथा महिला आरोग्य समिति का गठन करेंगी, जिसमें 10 से लेकर 20 तक सदस्य होंगे और एक महिला उसकी अध्यक्ष होगी। आशा उसकी सचिव होगी। महिला आरोग्य समिति के खाते में प्रति वर्ष 5000 रुपये की राशि सरकार द्वारा भेजी जाएगी।
दो लाख का बीमा के लिए पंजीकरण किया
इस खाते का संचालन अध्यक्ष तथा सचिव के संयुक्त हस्ताक्षर द्वारा किया जाएगा। इस धनराशि का उपयोग ‘महिला आरोग्य समितिÓ द्वारा अपने क्षेत्र की सफाई व्यवस्था ,पेयजल, शौचालय, टीकाकरण तथा शहरी स्वास्थ्य पोषण दिवस के लिए साधन जुटाने में किया जाएगा।प्रत्येक आशा के क्षेत्र मे माह मे एक बार शहरी स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस का आयोजन किया जायेगा जिस में बच्चों का टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं की जांच तथा पोषाहार का वितरण किया जायेगा। प्रशिक्षण मे भाग लेने वाली सभी आशाओं का दो लाख रूपये का बीमा करने हेतु पंजीकरण भी किया गया।