लखनऊ। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के तहत पहली और दूसरी किश्त के लिए अब एक ही बार पंजीकरण कराना होगा। पहले की व्यवस्था में पहली व दूसरी किश्त के लिए 2 बार फॉर्म अलग-अलग भरे जाते थे लेकिन अब दोनों फॉर्म एक ही साथ भरे जाएंगे और 180 दिन के पूरा होने पर दूसरी किश्त का फॉर्म स्वत: ही पीएमएमवीवाई के पोर्टल पर अपलोड हो जाएगा। इस व्यवस्था में केवल यही लाभ है कि पंजीकरण एक बार कराना होगा जबकि किश्त की धनराशि समय सीमा पूरी होने पर ही मिलेगी। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने दी।
गर्भवती महिला के खाते में भुगतान
पीएमएमवीवाई के जिला कार्यक्रम समन्वयक सुनील नायर ने बताया कि इस योजना के तहत पहली बार मां बनने पर सरकार तीन किश्तों में 5,000 रुपए देती है। पंजीकरण के साथ ही गर्भवती महिला को पहली किश्त के रूप में 1,000 रुपए दिये जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने पर (गर्भावस्था के 6 माह बाद) दूसरी किश्त के रूप में 2,000 रुपए और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने व उसके टीकाकरण के पहले चक्र के पूरे होने पर तीसरी किश्त के रूप में 2,000 रुपए दिये जाते हैं। यह सारा भुगतान नकद न होकर गर्भवती महिला के खाते में किया जाता है।
यह था
अब जो व्यवस्था शुरू की गयी है उसके तहत पहली और दूसरी किश्त के लिए एक साथ पंजीकरण की सुविधा दी जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक पहली बार मां बनने पर (अंतिम मासिक चक्र (एलएमपी) के 100 दिन के अंदर) पंजीकरण कराने पर पहली किश्त और एलएमपी के 180 दिन के अंदर दोबारा पंजीकरण कराने पर दूसरी किश्त मिलती थी।