डेस्क। डाइबिटीज़ बड़ी तेज़ी से फ़ैल रहा है जिसे स्वस्थ आहार लेकर नियंत्रित किया जा सकता है। इस बीमारी में रक्त में शर्करा का स्तर उच्च हो जाता है जिसके कारण शरीर की इन्सुलिन उत्पादन क्षमता प्रभावित होती है। यहाँ ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने के लिए घरेलू उपचार बताए गए हैं जिनके द्वारा आप डाइबिटीज़ के साथ भी एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
फैट को करें गुडबाय
ट्रांस फैट शरीर में प्रोटीन को ग्रहण करने की क्षमता को कम करता है। इस वजह से शरीर में इन्सुलिन की कमी होती है और हमारे शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है।
इन चीजों से करें परहेज
यदि आप अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित करना चाहते हैं तो, सफेद चावल, पास्ता, पॉपकॉर्न राइस पफ और वाइट फ्लौर से बचें। मधुमेह के दौरान शरीर कार्बोहाइड्रेट्स को पचा नहीं पाता है। जिस की वजह से शुगर आपके शरीर में तेज़ी से जमा होने लगती है। फाइबर युक्त आहार ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है।
प्रोटीन डाइट
नॉन वेज खाने वाले अपनी डाइट में लाल मीट शामिल करना चाहिए। उच्च प्रोटीन डाइट खाने से शरीर में ताकत बनी रहती है क्योंकि मधुमेह रोगियों को कार्बोहाइड्रेड और हाई फैट से दूर रहने के लिए कहा गया है।
एक्सरसाइज करें
हमेशा व्यायाम करना, योग प्राणायाम का नियमित अभ्यास करना, सुबह शाम वॉक करना मधुमेह रोग में शुगर कंट्रोल करने के लिए बहुत लाभदायक है तथा मोटापा नियंत्रण में रहता है जो कि डायबिटीज का महत्वपूर्ण कारण है।
ताजे फल खाएं
फलों में नेचुरल सुगर पाया जाता हैंए फल खाने से आप अपनी विटामिंस और मिनरल्सज की कमी को पूरा करते रहें और साथ ही यह मधुमेह को कंट्रोल करने में मदद भी करते हैं।
भूख से अधिक न खायें
डायबिटीज के रोगियों को ओवरईटिंग से बचना चाहिए। जितनी भूख हो उतना ही खाएं, भूख से अधिक खाने के कारण भी डायबिटीज बढ़ने का खतरा रहता है। इसलिए मधुमेह के रोगी ओवरईटिंग न करें और न ही फास्ट फूड और जंक फूड का सेवन करें। इसमें कोलेस्ट्रॉल होता है जिससे मुधमेह रोगियों की स्थिति बदतर हो सकती है।
ज्यादा मात्रा में एल्कोहल लेने से बचें
डायबिटिक होने का मतलब ये नहीं है कि आप अपनी जिंदगी जीना छोड़ दे। लेकिन आपको अपनी शराब पीने की आदत को थोड़ा सीमित करना चाहिए। कुछ खास अवसर पर ही पीएं।
स्मोकिंग छोड़े
अगर आप ब्लड शुगर के मरीज है तो इसलिए आपको स्मोकिंग छोड़ना बहुत जरुरी है। सिगरेट में मौजूद निकोटिन आपके इंसुलिन की मात्रा बढ़ा देती है। इस वजह से ब्लड शुगर अनियंत्रित हो जाती है और इस वजह से दिल का खतरा और किडनी प्रॉब्लम होने की सम्भावना बढ़ जाती है।