लखनऊ। उत्तर प्रदेश के छह मेडिकल कॉलेजों में आधुनिक बर्न यूनिट बनेगी और चार मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस सीटों में बढ़ोत्तरी के लिए 250 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा गया है। राज्य के चिकित्सा शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टण्डन ने बृहस्पतिवार को अपने कार्यालय में 6 राजकीय मेडिकल कॉलेजों एवं कानपुर के 2 चिकित्सा संस्थानों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
310 एमबीबीएस सीटों की वृद्धि
टण्डन ने सभी 6 राजकीय मेडिकल कॉलेजों मेरठ, आगरा, झांसी, गोरखपुर, प्रयागराज एवं कानपुर में आईसीयू समेत आधुनिक बर्न यूनिटों का निर्माण इसी वित्तीय वर्ष में पूर्ण करने के निर्देश दिये। ये बर्न यूनिट केन्द्र सरकार से प्राप्त सहायता तथा ‘रानी लक्ष्मीबाई योजनाÓ के तहत बनाये जायेंगे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष प्रदेश के पुराने मेडिकल कॉलेजों में 310 एमबीबीएस सीटों की वृद्धि हुई है। चार मेडिकल कॉलेजों यथा गोरखपुर, प्रयागराज, कानपुर तथा मेरठ में लेक्चर थियेटर, हॉस्टल आदि की सुविधाओं के लिए लगभग 250 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा गया है।
1.5-1.5 करोड़ का बजट स्वीकृत
अवशेष दो मेडिकल कॉलेज आगरा तथा झांसी को भी प्रस्ताव बनाकर भेजने के लिए टण्डन ने राजकीय मेडिकल कॉलेज आगरा तथा मेरठ में मरीजों की सुविधा के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर, अमृत फार्मेसी, शौचालय तथा कैण्टीन से युक्त रिसेप्शन ब्लॉक का काम कानपुर में दो माह में तथा मेरठ में 4 माह में पूर्ण करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। कानपुर मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन 100 शैय्यायुक्त मैटरनिटी सेंटर को भी इसी वर्ष पूर्ण करने के निर्देश दिये। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि मेरठ व झांसी मेडिकल कॉलेज में रेडियो थेरेपी विभाग में कोवाल्ट सोर्स निष्प्रयोज्य होने के कारण अनेक वर्षों से सिकाई नहीं हो पा रही थी। इसके लिए दोनों मेडिकल कॉलेजों में लगभग 1.5-1.5 करोड़ का बजट स्वीकृत कर दिया गया है। कोवाल्ट सोर्स की पुर्नस्थापना के लिए तीन माह का समय दिया गया।
10 नये शव वाहन तथा 12 नई एम्बुलेन्स
उन्होंने बताया कि सभी 6 मेडिकल कॉलेजों में लगभग एक दर्जन यूजी/पीजी छात्रावास निर्माणाधीन हैं, जिनका काम तीन माह में पूरा किया जायेगा। इसी के साथ छात्रहित में आगरा में नवीन आधुनिक पुस्तकालय की स्थापना की जायेगी। मेरठ मेडिकल कॉलेज का पुस्तकालय इसी माह के अन्त तक पूरा कर लिया जायेगा। सभी मेडिकल कॉलेजों में 10 नये शव वाहन तथा 12 नई एम्बुलेन्स स्वीकृत करते हुए शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्णय लिये गये।