लखनऊ। राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं चिकित्सालय में गुरुवार को निशुल्क स्वर्ण प्राशन की आठवीं खुराक बच्चों को पिलाई गई। यह कार्यक्रम बालरोग ओपीडी नंबर 2 में प्रोफेसर मिथिलेश वर्मा के निर्देशन व डॉ कल्पना पाटनी के सहयोग से किया गया। कैंप का शुभारंभ कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर प्रकाश चंद सक्सेना ने बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराकर किया।
बुद्धि और याददाश्त शक्ति में विकास
प्रदेश के कुल 8 राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेजों के साथ जिला कुशीनगर के तमकुही राज में भी डाबर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से निशुल्क चलाया जा रहा है। इसमें 1 वर्ष से 16 वर्ष तक के बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराया जा रहा है। प्रोफेसर मिथिलेश वर्मा ने बताया कि स्वर्ण प्राशन बच्चों में रोगों से लडऩे की क्षमता को बढ़ाता है और बुद्धि और याददाश्त शक्ति में विकास होता है।
नौवीं खुराक 28 अगस्त को
स्वर्णप्राशन कैंप में प्रो. वर्मा व डॉ. कल्पना के साथ रेजिडेंट डॉक्टर पंकज, डॉ मेघा, डॉ गीतिका, डॉक्टर शबनम, डॉ प्रियंका आदि सभी बाल रोग के रेजिडेंट छात्रों ने 235 बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराया। वहीं डॉक्टरों ने बताया कि स्वर्ण प्राशन की नौवीं खुराक 28 अगस्त को पिलाई जाएगी।