डेस्क। क्या आप भी अपने गर्भ में पल रहे बच्चे को स्मार्ट और इंटेलीजेंट बनाना चाहती हैं। आपका जवाब हां में ही होगा। आपकी सोच, रहन-सहन और खान-पान अच्छा है तो आपका बच्चा भी स्मार्ट और इंटेलीजेंट हो सकता है।
क्या आप जानती हैं कि सप्लीमेंट्स और फूड आदि बेबी का आई क्यू बढ़ाने के काम आते हैं। जब आपका बेबी पैदा होता है तब उसका ब्रेन बड़ों के ब्रेन के मुकाबले केवल 25 प्रतिशत साइज का होता है और जब वह 2 साल का हो जाता है तब उसके ब्रेन का विकास 75 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।
आप ऐसा करें
अपने पेट पर हाथों को फिरा कर सही जगह पर हल्का प्रेशर देकर आप अपने बेबी की मसाज कर सकती हैं। ऐसा करने से आप अपने बेबी के ब्लड फ्लो को बढ़ाने में मदद करती हैं, जिससे ब्रेन की केपैसिटी बढ़ती है और काम करने की क्षमता में सुधार आता है। साथ ही गर्भ में जो थैली होती है, उसमें काफी जरूरी पोषण आदि होते हैं, मसाज करने से वह आपके बच्चे तक अच्छी प्रकार से पहुंचते हैं।
रोजाना व्यायाम करना चाहिये, जिससे मधुमेह और अन्य बीमारियों का खतरा कम हो जाए। इससे उन्हें कब्ज की भी शिकायत कम होगी और लेबर पेन भी कम हो जाएगा। इससे फील गुड हार्मोन निकलता है जिससे बेबी का ब्रेन हमेशा खुश रहता है। इससे उनके ब्रेन तक खून का फ्लो अच्छी तरह से होने लगता है।
सूरज से निकलने वाली धूप से बच्चे की हड्डियों को विटामिन डी मिलता है। लेकिन इतना ज्यादा धूप भी नहीं सेंकनी चाहिये कि उसे नुकसान होने लगे। बस 20 मिनट की धूप काफी है।
आप मानें चाहे नहीं लेकिन आपका बेबी आपकी आवाजें सुन सकता है। इसका मतलब है कि आप अपने बेबी से अपने दिल की सारी बातें कर सकती हैं और वह उसे समझेंगे भी। उनसे बातें करने से आप उनके ब्रेन की पावर को बढ़ाएंगी। इससे उनकी सोंचने की और समझने की क्षमता का विकास होगा।
आपका बेबी गर्भ में रहकर अमीनाटिक फ्लूड से घिरा रहता है तो ऐसे में आप जो भी खाती हैं वह उसका फ्लेवर सोख लेता है जैसे आपने गाजर खाया तो वह फ्लूड भी उसी स्वाद का हो जाएगा। ऐसे में आप तरह-तरह के एक्सपेरिमेंट कर सकती हैं और नए-नए फूड का आनंद ले सकती हैं।
ऐसा म्यूजिक जो आपको रिलैक्स करे और शांत रखे, वह आपके बेबी के लिये अच्छा माना जाता है। इससे ब्रेन में सेरोटानिन नामक कैमिकल निकलता है जो कि आपके मूड को अच्छा बनाने के साथ-साथ आपके बेबी के मूड को भी अच्छा कर देता है।