डेस्क। छोटे बच्चे को ज्यादा केयर करना पड़ता है। केयर करते हुए भी बच्चे को कभी-कभी छोटी-छोटी बीमारियां घेर लेती हैं। ऐसे में बच्चे के माता-पिता काफी परेशान हो जाते हैं और डॉक्टरों के पास पहुंचने लगते हैं। बच्चों के शरीर में गैस्ट्रिक समस्या बहुत ही आम है। इसकी वजह से उन्हें पेट में बहुत दर्द होता है और वो रोने लगते हैं। बच्चे बहुत ही छोटे होते हैं इसलिए वो अपनी समस्या किसी को बता नहीं सकते हैं और इसलिए वो रोना शुरू कर देते हैं और हमें मालूम पड़ जाता है कि उन्हें कोई परेशानी है। इसकी वजह से उनका पेट फूल जाता है, गैस बन जाती है और पेट में उलझन होने लगती है जिससे बच्चों को पूरी तरह से आराम नहीं मिलता है। लेकिन बच्चों को आप इस समस्या से छुटकारा भी दिला सकते हैं।
बच्चों को बहुत जल्दी-जल्दी दूध नहीं पिलाना चाहिए क्योंकि जब बच्चे बोतल से जल्दी-जल्दी दूध पीते हैं तो दूध के साथ उनके पेट में कुछ हवा भी चली जाती है। जिससे उनका पेट फूल जाता है और गैस बनने की वजह से उन्हें दर्द होने लगता है। ऐसे ही ब्रेस्टफीडिंग के दौरान होता है जब बच्चा तेजी से दूध पीता है तो उसका पेट फूल जाता है और उसे दर्द होता है। बच्चा बहुत धीरे-धीरे दूध पीता है तो ऐसा करने से भी उसके पेट में हवा चली जाती है और गैस बनने लगती है जिससे उसका पेट फूल जाता है और उसके पेट में दर्द होने लगता है।
दूध के साथ हवा
अक्सर बच्चे भूख लगने पर ही रोते हैं लेकिन अगर बच्चा बहुत ज्यादा रोने लगे तो आपको सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि रोने के वजह से भी कुछ हवा उसके पेट में जाती रहती है जिससे उसका पेट फलता है। बच्चों को अगर आप पाउडर वाल दूध पिलाते हैं तो उसके पेट में दूध के साथ हवा भी जाती है जिसकी वजह से वहां गैस बनती है क्योंकि इस पाउडर वाले दूध में हवा के कुछ बुलबुले होते हैं और इसका सेवन करते ही वो बच्चे के पेट में आसानी से चले जाते हैं।
कपड़े से पूरी तरह लपेटकर रखें
यह जरूरी है कि इस स्थिति में बच्चे को कपड़े से पूरी तरह लपेटकर रखें। ऐसा करने से उन्हें बहुत आराम मिलता है और उनकी बॉडी सही तरीके से काम भी करती है। जब बच्चे के पेट में गैस बन जाती है तो उसे अपने कंधे पर लेकर उसकी पीठ को थपथपायें। ऐसा करने से बच्चे को डकार लेने में आसानी होगी। बच्चे के पेट में गैस बन जाए और वह दर्द की वजह से रोने लगे तो आप उसके पेट में धीरे-धीरे हल्के हाथों से मालिश करें। ऐसा करने भी उसके पेट में बने गैस को निकालने में मदद मिलती है।