कानपुर। बहुचर्चित किडनी कांड में जल्द ही पर्दा उठने की उम्मीद की जा रही है। एसआईटी की टीम ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एसआईटी ने पूछताछ में कई अहम सुराग अपने हाथों में लेकर जांच कर रही है। किडनी कांड में अस्पताल पीएसआरआई (पुष्पावती सिंहानिया रिसर्च इंस्टीट्यूट) और फोर्टिस का नाम सामने आया था। एसआईटी को दिल्ली और वाराणसी से कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। अब टीमें उन सुराग को पुख्ता करने में जुटी हैं। दोनों अस्पताल से जुड़े स्टाफ समेत एक दर्जन लोगों से पूछताछ की गई है। उनकी कड़ी को जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है।
दोनों अस्पताल के डॉक्टरों से एसआईटी ने पूछताछ की है। पूछताछ में करीब आधा दर्जन डॉक्टर और कोऑर्डिनेटर शामिल थे, इनसे अहम सुराग भी मिले हैं। पीएसआरआई की कोऑर्डिनेटर सुनीता वर्मा, मिथुन और फोर्टिस की सोनिका का नाम कांड में सामने आया है। एसआईटी ने दिल्ली में डेरा डाल दिया है। अस्पतालों के डॉक्टर और कोऑर्डिनेटर से कई सवाल पूछे गए हैं। जवाब आने के बाद उन पर कार्रवाई की जाएगी।
दरोगा दिल्ली रवाना
जांच का दायरा दिन प्रतिदिन नए-नए खुलासे से बढ़ता जा रहा है। तार खंगालने के लिए शहर से लखनऊ गई टीम रविवार देर शाम लौट आई। उधर, एसआईटी की टीम में बर्रा थाने के सब इंस्पेक्टर को बढ़ाया गया है। उनको देर रात दिल्ली रवाना कर दिया गया है।
मांगे गए दस्तावेज
एसआईटी ने दोनों अस्पतालों से दस्तावेज मांगे हैं। उनके अस्पताल में की गई किडनी ट्रांसप्लांट को देखा जा रहा है। जिन मामले में उनका नाम आया है। उनके सभी दस्तावेजों को निकलवाया जा रहा है। उस आधार पर आगे की जांच को बढ़ाया जाएगा। किडनी ट्रांसप्लांट में अस्पताल प्रशासन की ओर से मरीजों और डोनर की हुई जांच पड़ताल के भी दस्तावेज लिए गए हैं।
बर्रा ही नहीं रायबरेली के एक थाने में भी लखीमपुर के गौरव मिश्रा के खिलाफ अंग प्रत्यारोपण कराने की एफआईआर दर्ज है। इसका खुलासा रविवार को वहां से आए एक पीडि़त ने किया। गौरव मिश्रा ने रायबरेली में भी अंग प्रत्यारोपण के अवैध कारोबार की जड़ें फैला रखी थीं। पैसों का लालच देकर वहां के एक गरीब युवक की किडनी ट्रांसप्लांट कराई थी, जिसके एवज में साढ़े चार लाख रुपए देने का वादा किया था। किडनी ट्रांसप्लांट होने के बाद गौरव ने डोनर को मात्र एक लाख रुपए दिए थे।
बाकी के पैसे मांगने पर जान से मरवाने की धमकी मिलने पर पीडि़त ने रायबरेली के एक थाने में गौरव के खिलाफ झांसे में लेकर किडनी ट्रांसप्लांट कराने, धोखाधड़ी और जान से मरवाने की धमकी देने की एफआईआर दर्ज कराई थी। शहर में किडनी गिरोह के पर्दाफाश और गौरव की गिरफ्तारी की जानकारी पर पीडि़त ने यहां की पुलिस से संपर्क साधा। कहा कि गौरव के खिलाफ गवाही देने को तैयार हूं।
लिखित जवाब का इंतजार
एसपी साउथ रवीना त्यागी ने बताया कि पीएसआरआई और फोर्टिस अस्पताल पर ही पूरी जांच फोकस है। उनके डॉक्टर और कोऑर्डिनेटर से पूछताछ हुई है। उनसे लिखित जवाब मांगा गया है। एसआईटी ने आजमगढ़ और दिल्ली समेत कई जगह पर छानबीन की है। जल्द ही बड़ा खुलासा होगा। सबूत एकत्र किए जा रहे हैं।