लखनऊ। माल ब्लाक में पहुंची एमएमयू का लाभ अब तक 150 लोगों को मिल चुका है। शनिवार व रविवार को लखनऊ के ब्लाक के सुक्खा खेड़ा व आंट गांव में नि:शुल्क जांच व दवा का लाभ उठाया। गांव पहुंची एमएमयू की कार्यप्रणाली व उसमें मौजूद सुविधाओं के बारे में जानने के लिए ग्रामीणों काफी उत्सुक थे। उत्सुकता देख आंट गांव पहुंची गाड़ी में मौजूद डॉक्टर हसमुद्दीन ने वहां मौजूद लोगों को एमएमयू में प्राथमिक उपचार, संक्रामक रोगों की स्क्रीनिंग, बेसिक लैब टेस्ट, शुगर व ईसीजी जांच की सुविधा निशुल्क होने की जानकारी दी।
प्रदेश में सचल मेडिकल यूनिट का संचालन कर रही केएचजी हेल्थ सर्विसेस के सीईओ जितेंद्र वालिया ने बताया कि सीएमओ के निर्देशित माल ब्लाक के अंतर्गत शनिवार व रविवार को क्रमश: सुक्खाखेड़ा व आंट गांव में गाड़ी संख्या यूपी 32 एलएन 4214 अपनी पूरी टीम के साथ पहुंची। टीम में डॉक्टर हसमुद्दीन, स्टाफ नर्स गरिमा, फार्मासिस्ट, अनिल कुमार, लैब टेक्नीशियन मो. आरिफ तथा ड्राइवर संदीप सिंह मौजूद थे।
लैब टेक्नीशियन ने की जांच
एमएमयू में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी फैलते ही काफी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। एमएमयू पर मौजूद डॉक्टर हसमुद्दीन ने मरीजों को देखना शुरू किया। किसी ने बुखार, पेट दर्द की शिकायत की तो किसी ने सांस फूलने व दांत दर्द की परेशानी बतायी, डॉक्टर द्वारा दिये गए परामर्श के अनुसार एमएमयू में मौजूद लैब टेक्नीशियन राजन द्वारा मरीजों की जांच की गयी।
बुजुर्गों व बच्चों की संख्या अधिक
डॉक्टरी परामर्श और जांच के बाद फार्मासिस्ट अनिल कुमार ने लोगों को दवाएं प्रदान की। मरीजों में बुजुर्गों व बच्चों की संख्या सबसे अधिक रही। शनिवार को शुक्खा खेड़ा व रविवार को आंट गांव में शाम तक कुल 150 मरीजों को निशुल्क उपचार उपलब्ध कराया गया।
ऐसा कभी नहीं सोचा था
इलाज कराने आयी लाजवंती ने बताया कि उन्हें दांतों में दर्द के साथ कई दिनों से चक्क आने की समस्या है उन्होंने एमएमयू में डॉक्टर को दिखाया है, डॉक्टर ने जांच कराने के साथ ही दवा भी दी है। उन्होंने कहा कि पहले प्राथमिक उपचार के लिए काफी दूर पैदल जाना पड़ता था पर अब तो अपने गांव में ही डॉक्टर की देख-रेख में दवा भी नि:शुल्क मिल गई। पेट दर्द तथा बुखार का इलाज करवाने आयी रामा देवी ने कहा कि कभी नही सोचा था कि कोई चलता फिरता अस्पताल हमारे घर पर आएगा और हमे निशुल्क इलाज प्राप्त होगा। गांव में प्रदीप कुमार, प्रताप नारायण, सन्दीप शुक्ला, विनीता, भानूमती, कन्हैया लाल, रामखिलावन, राज बहादुर व रानी समेत कुछ 64 लोगों ने निशुल्क इलाज प्राप्त किया।