लखनऊ। भारत से टीबी के खात्मे के लिए टीबी के प्रत्येक मरीज का पंजीकरण जरूरी है ताकि उसका सही से इलाज हो सके। यह बात इंडियन मेडिकल एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के प्रेसीडेंट इलेक्ट (अगले साल के लिए चुने गये) डॉ. अशोक राय ने कही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018-19 में आईएमए ने भारत वर्ष में करीब 2000 से ज्यादा सतत् चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) की हैं, उनमें से 90 सीएमई उत्तर प्रदेश में हुई हैं। डॉ. अशोक राय वाराणसी के रहने वाले हैं। डॉ. राय देश से टीबी उन्मूलन के कार्य में भी लगे हुए हैं।
30 चिकित्सकों ने लिया भाग
डॉ. अशोक ने यह बात रविवार को आईएमए लखनऊ द्वारा आयोजित स्टेट लेवल रिफरेशर कोर्स – सीएमई के मौके पर आयोजित समारोह में कही। आपको बता दें कि सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक चली आईएमए लखनऊ की इस सीएमई में 22 विषयों पर चर्चा हुई तथा इसमें 130 चिकित्सकों ने भाग लिया। समारोह के मुख्य अतिथि केजीएमयू के कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट ने कहा कि सीएमई के सफल आयोजन के लिए आईएमए बधाई की पात्र है। क्योंकि बहुत से स्थानों पर सीएमई में इतनी बड़ी संख्या में लोग नहीं जुट पाते हैं। समारोह के विशिष्ट अतिथि ऐरा मेडिकल कॉलेज के कुलपति प्रो अब्बास अली मेहदी ने भी सीएमई के सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि आईएमए आयोजित करने मे आईएमए ने लीड ले ली है।
निजी क्षेत्र के डॉक्टरों अपना पूरा सहयोग दें
विशिष्ट अतिथि लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि मैं आईएमए का सदस्य हूं और आज के कार्यक्रम में मुझे विशिष्ट अतिथि का दर्जा दिये जाने पर गर्व महसूस कर रहा हूं। उन्होंने डॉ. अशोक राय के भाषण के क्रम में अपील की कि टीबी के प्रत्येक मरीज का पंजीकरण करवाने में निजी क्षेत्र के डॉक्टरों अपना पूरा सहयोग दें, उन्होंने कहा कि इसके लिए टीबी के मरीजों का निजी क्षेत्र के डॉक्टरों द्वारा किये जा रहे इलाज की जानकारी सीएमओ कार्यालय को अवश्य उपलब्ध करा दें। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रत्येक मरीज के लिए डॉक्टर को 1000 रुपये भी सरकार की ओर से दिये जा रहे हैं। उन्होंने इस दिशा में अभी और कार्य करने की जरूरत बतायी।
केजीएमयू को भारत के संस्थानों में दूसरा स्थान
समारोह को संबोधित करते हुए आईएमए के प्रो. सूर्यकांत ने कहा कि आईएमए लखनऊ द्वारा किये जा रहे कार्यों की परंपरा जारी है। इस मौके पर उन्होंने केजीएमयू को भारत के संस्थानों में दूसरा स्थान हासिल करने पर बधाई देते हुए कहा कि इसका श्रेय मौजूदा टीम लीडर केजीएमयू के कुलपति प्रो. भट्ट को जाता है।
ऐरा मेडिकल कॉलेज को तीसरा स्थान
इसी क्रम में उन्होंने ऐरा मेडिकल कॉलेज को भी निजी चिकित्सा संस्थानों में तीसरा स्थान मिलने पर समारोह में मौजूद प्रो. एए मेहदी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आईएमए लखनऊ द्वारा सीएमई व अन्य कार्यक्रमों को आयोजन किये जाने पर अध्यक्ष डॉ. जीपी सिंह, सचिव डॉ. जेडी रावत को बधाई देते हुए कहा कि 2018-19 की बात करें तो आईएमए के कोटे की तीसरी और अंतिम सीएमई भी आज करके अपना दायित्व पूरा किया है।
समारोह का संचालन आईएमए लखनऊ की संयुक्त सचिव डॉ सरिता सिंह ने किया। इस मौके पर आईएमए यूपी के अध्यक्ष डॉ एएम खान, आईएमए लखनऊ की प्रेसीडेंट इलेक्ट डॉ रमा श्रीवास्तव, डॉ आरके टंडन, डॉ एसएन संखवार, डॉ एचएस पाहवा, डॉ पुष्पलता संखवार, डॉ उर्मिला सिंह, डॉ अलीम सिद्दीकी, डॉ शाश्वत सक्सेना, डॉ संजय सक्सेना समेत बड़ी संख्या में आईएमए के पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहे।