लखनऊ। राजधानी के ठाकुरगंज निवासी दुष्कर्म पीडि़ता बच्ची (काल्पनिक नाम) सोनम (3) को शनिवार को डिस्चार्ज कर दिया गया। गौरतलब है कि पिछले वर्ष तीन मार्च 2018 को दुष्कर्म का शिकार हुई थी। उस दौरान सोनम को गंभीर हालत में केजीएमयू के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में लाया गया था।
जहां तीन जटिल ऑपरेशन के बाद पूर्णता स्वस्थ अवस्था में बच्ची को शनिवार 30 मार्च को डिस्चार्ज कर दिया गया है। इस दौरान किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने पीडि़त बच्ची से मुलाकात कर उसे शुभकामनाएं दी।
पहला ऑपरेशन मार्च 2018
जानकारी देते हुए पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के सर्जन डॉ एसएन कुरील ने बताया कि दुष्कर्म के बाद बच्ची की योनि और गुदाद्वार का रास्ता आपस में एक हो गए थे, जिस वजह से उसे काफी रक्तस्राव हो रहा था और शौच पर भी नियंत्रण नहीं हो पाता था। उन्होंने बताया कि बच्ची का पहला ऑपरेशन मार्च 2018 के पहले सप्ताह में किया गया था।
दूसरा ऑपरेशन 30 नवंबर 2018 को
उसके बाद उसका दूसरा ऑपरेशन 30 नवंबर 2018 को डॉ. एसएन कुरील व उनकी टीम के एक विशेष तकनीक से किया गया तथा तीसरा ऑपरेशन 18 मार्च 2019 को किया गया। डॉ एसएन कुरील ने बताया कि बच्ची के गुदाद्वार की मांसपेशियों काफी क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिन्हें काफी जटिलता भरे ऑपरेशन व विशेष तकनीक के द्वारा पुन: वापस प्राकृतिक रूप में ले आया गया है।
उन्होंने बताया कि बच्ची अब पूर्णता स्वस्थ है और भविष्य में भी अब वह सामान्य जीवन जीने में सक्षम है। उन्होंने बताया कि इस बच्ची का पूरा इलाज केजीएमयू के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग द्वारा निशुल्क किया गया है।
इन डॉक्टरों का रहा सहयोग
ऑपरेशन करने वाली टीम में पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष एवं सर्जन डॉ एसएन कुरील, डॉ अर्चिका, डॉ गौरव, डॉ विपुल, डॉ सुनील एवं एनेस्थीसिया टीम में डॉ जीपी सिंह ने सहयोग दिया।