लखनऊ। एनडीआरएफ द्वारा मंगलवार को सिंचाई विभाग कालोनी, बालू अड्डा में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। यहां कुल 927 लोगों की जांच कर निशुल्क उपचार किया गया। इसमें से 97 ईसीजी और 193 मरीजों का पैथोलॉजिकल टेस्ट किया गया। बता दें कि एनडीआरएफ के उपमहानिरीक्षक आलोक कुमार सिंह मार्गदर्शन में 11 एनडीआरएफ की मेडिकल टीम 19 सितम्बर से 25 सितम्बर तक लगातार चिकित्सा शिविर पिछड़े क्षेत्रों में आयोजित किया है।
वहीं शिविर में प्राकृतिक आपदाओं के प्रति लोगों को जागरूक भी किया गया। उक्त शिविर गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार आरोग्य से आपदा प्रबंधन कार्यक्रम के तहत आयोजित किया गया था। इन स्वास्थ्य शिविरों अब तक लगभग 6000 लोग स्वाथ्य लाभ ले चुके हैं।
इन्होंने किया इलाज
एनडीआरएफ के विशेष चिकित्सीय दल में डॉ. सुधीर, डॉ अमित नंदन त्रिपाठी और डॉ रीतू व उनकी मेडिकल टीम द्वारा एक ही दिन में गरीब व बेसहारा लोगों के हार्ट, किडनी, फेफड़े, आंख, खून व सभी अंगों की पैथोलॉजिकल जांच आदि कराकर बीमारियों के इलाज के साथ-साथ आने वाली संभावित बीमारियों के बारे में भी विस्तार से बताया गया। चिकित्सा शिविर में दवाएं निशुल्क के साथ ईसीजी, क्रेटेनाईन टेस्ट, लिपिड प्रोफाइल, किडनी प्रोफाइल, बुखार, (डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड), एचआईवी ब्लड ग्रुप और सम्पूर्ण शारीरिक जांच की गई। इसी क्रम में डाइग्नोसिस और निशुल्क इलाज किया गया।
प्राथमिक उपचार की जानकारी दी
एनडीआरएफ के लखनऊ जोन के कमांडर दिनेश कुमार सहायक कमांडेंट के नेतृत्व में निरीक्षक मनीष सोनी, निरीक्षक धर्मेन्द्र पाण्डेय, निरीक्षक संजीव कुमार, निरीक्षक मिथिलेश कुमार की टीम ने शिविर में आये लोगों को प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, भूकंप, अग्निकांड, भूस्खलन आदि के दौरान सावधानियों, बचाव व प्राथमिक उपचार की जानकारी दी।
यह भी बताया
इस जागरुकता कार्यक्रम के तहत प्राथमिक उपचार में बहते हुए रक्त को रोकने, फ्रेक्टर को सिक्योर करने, गंभीर शारीरिक चोट जैसे सिर, छाती, आंख की चोटों के दौरान दिए जाने वाले प्राथमिक उपचार के बारे में बताया। इसके अतिरिक्त सांप के काटने व कुत्ते के काटने पर भी प्राथमिक उपचार की जानकारी दी।