लखनऊ। सिविल अस्पताल में इन दिनों सीटी स्कैन मशीन खराब होने से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को सुविधा देने वाली मशीनों कई माह से बंद है और इन मशीनों को दुरुस्त करने की कोई व्यवस्था अभी तक नहीं हुई है। जबकि सिविल अस्पताल एक तरफमॉड्यूलर होने की राह पर है
2 महीने से खराब पड़ी सीटी स्कैन मशीन
यहां की सीटी स्कैन मशीन कई महीनों से खराब है जिससे यहां आने वाले मरीजों को बिना जांच करवाए ही लौटना पड़ रहा है। रोजाना यहां 10 से 12 मरीज आते हैं जिन्हें दूसरे अस्पताल रेफर किया जा रहा है। सीएमएस डॉक्टर आशुतोष ने बताया कि मरीजों को लोहिया और केजीएमयू रेफर किया जाता है जहां मुफ्त में सीटी स्कैन होता है।
नई मशीन में 15 से 16 लाख का खच
मरीजों को होने वाली दिक्कतों के विषय पर डॉ आशुतोष का कहना है कि मशीन खराब होने की जानकारी अस्पताल प्रशासन को है ए इसके लिए डायरेक्टरेट ऑफिस को पत्र लिखा जा चुका है। पुरानी मशीन की लाइफ खत्म हो चुकी है। नई मशीन में 15 से 16 लाख का खर्च आएगा। फिलहाल मरीजों को सीटी स्कैन के लिए दूसरे अस्पताल ही रेफर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जबतक मशीन नहीं बदलती तबतक मरीजों को दूसरे अस्पताल रेफर करने के सिवाय कोई और विकल्प नहीं है। कारण जो भी हो ए मशीन की खराबी के चलते मरीजों को भटकना पड़ रहा है।
मॉड्यूलर ओटी और ओपीडी का भी नवीनीकरण
सिविल अस्पताल अब एनएचएम के तहत मॉड्यूलर हो रहा है। यहां मॉड्यूलर ओटी की व्यवस्था हो रही है। साथ ही ओपीडी का भी नवीनीकरण किया जा रहा है। ऐसे में मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 2 डॉक्टरों को एक कमरे में बैठना पड़ रहा है जिससे मरीजों की काफी भीड़ बढ़ रही है। निदेशक डॉ. दानु ने बताया कि एक महीने तक निर्माण चलने के कारण कमोबेश यही हालात रहेंगे। मरीजों को तबतक थोड़ी असुविधा होगी।