लखनऊ। केजीएमयू के ट्रामा में सीटी स्कैन की जांच को लेकर सोमवार को हंगामा शुरू हो गया। मरीज का नंबर आने के बाद भी जांच ना होने से तीमारदार परेशान थे। जांच में देरी होते देख तीमारदार भड़क गए थे। आरोप लगाया गया है कि वीआईपी मरीजों का बिना नंबर की जांच कराई जा रही थी। हंगामा देख वहां अफरा-तफरी मच गई थी।
सांस लेने में तकलीफ
लखनऊ के सिविल में सीटी स्कैन मशीन खराब होने के चलते भी केजीएमयू में जांच कराने वालों की लाइन लम्बी हो गई है। यहां रोजाना ट्रॉमा सेंटर में रोजाना 100 से 120 सीटी स्कैन हो रहे हैं। सीतापुर निवासी अमन (5) को तीमारदार सुबह करीब 11 बजे ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचे थे। मरीज की हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने सीटी स्कैन जांच लिखी। मरीज को सांस लेने में तकलीफ थी। इस वजह से डॉक्टरों ने ऑक्सीजन लगा दी।
पिता सीटी स्कैन जांच का शुल्क जमा करके टोकन नंबर ले आया। करीब तीन बजे तक बच्चे का सीटी स्कैन नहीं हो पाया था। पिता जांच के इंतजार में भटकता रहा। इसी तरह नैनीताल से आए बुजुर्ग मरीज को तीमारदार लेकर आए थे। डॉक्टरों ने जांच लिखी। करीब दो घंटे तक मरीज का सीटी स्कैन नहीं हो सका। वह बेहोशी की हालत में स्ट्रेचर पर पड़े रहे। तीमारदारों का आरोप है कि वीआईपी मरीजों का सीटी स्कैन हो रहा है। गरीब मरीज परेशान थे।