लखनऊ| उत्तर प्रदेश के कई शहरों में वायु की गुणवत्ता बहुत ही खराब है जो बड़ी संख्या में समयपूर्व मौतों का कारण है| ग्लोबल बर्डन डिजीज की रिपोर्ट के अनुसार देश में वायु प्रदूषण से होने वाली मौतों में उत्तर प्रदेश राज्य सबसे आगे रहा है| सेंटर फॉर एन्वॉरमेंट एंड एनर्जी डेवलपमेंट संस्था ने गुरुवार को राना प्रताप मार्ग स्थित निजी होटल में क्लीन एयर इंप्लीमेंटेशन नेटवर्क यानी कैन का शुभारंभ किया।
शहर में प्रदूषण कम करने का प्रयास करूंगी : संयुक्ता भाटिया
अभियान में प्रदेश के 15 शहरों को प्रदूषण मुक्त बनाने के प्रयास किए जाएंगे। अभियान का शुभारंभ मुख्य अतिथि मेयर संयु्क्ता भाटिया द्वारा किया गया। अभियान के तहत लखनऊ, बाराबंकी, गोरखपुर, मुरादाबाद, गाजियाबाद, बरेली,नोएडा, गजरौला, खुरजा, आगरा, फिरोजाबाद, कानपुर, झांसी, वाराणसी शहर शामिल हैं। संयुक्ता भाटिया ने संबोधन में कहा कि कुछ ही सालों में शहर प्रदूषण से भर गया है, मैं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ शहर में प्रदूषण कम करने का प्रयास करूंगी।
वायु गुणवत्ता में सुधार
कार्यक्रम में संस्था की कार्यक्रम अधिकारी अंकिता ज्योति ने बताया कि हमारा अभियान कैन, वायु की गुणवत्ता में सुधार के लिए वायु प्रदूषण पर रिर्पोट प्रकाशित करेगा। अभियान के तहत प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर रोक, ईंधन में मिलावट की जांच पड़ताल, भवन निर्माण एवं कंस्ट्रक्शन आदि गतिविधियों के दौरान निकलने वाले धूल-गर्द पर नियंत्रण, जैव ईंधन जैसे कृषि अवशेष- खूंट, पराली, पुआल आदि जलाना, एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशनों को बढ़ाना और एयर क्वालिटी इंडेक्स के जरिए आम लोगों के बीच प्रचार अभियान करना आदि कार्य किए जाएंगे।