लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल के डॉक्टरों ने मरीज की जटिल सर्जरी करके उसे नई जिंदगी दी है। यह ऑपरेशन आयुष्मान योजना के तहत किया गया है। मरीज की किडनी चिपकी हुई थी और दोनों के बीच में पथरी थी। मरीज के परिजनों ने कई अस्पतालों में दिखाया लेकिन डाक्टरों ने केजीएमयू में रेफर कर दिया था। केजीएमयू में भी मरीज को राहत नहीं बल्कि दिक्कत ये हा गई कि यहां डॉक्टर-कर्मचारी मरीज को दौड़ाते रहे।
एक घंटा किया ऑपरेशन
अस्पताल के निदेशक ने कहा कि दोनों किडनी के बीच पथरी फंसी होने से मामला गंभीर था। थोड़ी सी लापरवाही होने पर मरीज की जान भी जा सकती थी। मरीत मोहनलालगंज का रहने वाला लवकुश (30) था। इसकी दोनों किडनी के बीच में पथरी में फंसी थी। मरीज ने कई निजी व सरकारी अस्पताल में जांच पड़ताल कराई। डॉक्टरों ने मामला गंभीर देखते हुए उसे केजीएमयू रेफर कर दिया। करीब छह दिन पहले मरीज अस्पताल में भर्ती हुआ। डॉक्टरों ने जांच के बाद ऑपरेशन का फैसला लिया। करीब एक घंटे चले ऑपरेशन बाद किडनी के बीच में फंसी पथरी को निकाल दिया गया। निदेशक डॉ. राजीव लोचन ने बताया कि मरीज आयुष्मान का पात्र था। लिहाजा ऑपरेशन में उसका कोई भी शुल्क नहीं लगा है।