लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 29 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा। इसके अगले दिन 30 अगस्त से 4 सितंबर तक मॉप अप राउंड चलेगा। जिसमें एक वर्ष से 19 वर्ष की उम्र के सभी बच्चों को एल्बेण्डाजोल की गोली खिलाई जाएगी।
एल्बेण्डाजोल की खिलाई जाएगी गोली
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के महाप्रबंधक मनोज शुकुल ने बताया कि इस वर्ष 29 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जा रहा है। इस दिन प्रदेश के 57 जनपदों में कृमि मुक्ति अभियान चलाया जाएगा। एक दिवसीय अभियान के दौरान एक से 19 वर्ष तक की उम्र के सभी बच्चों को एल्बेण्डाजोल की गोली खिलाई जाएगी। दवा सप्लाई के लिए ऑर्डर दिया जा चुका है। उन्होने बताया कि इस अभियान के लिए प्रदेश के 5.19 करोड़ बच्चों को लक्षित किया जा रहा है। जो बच्चे किसी कारणवश 29 अगस्त को दवा खाने से छूट जाएंगे उन्हें 30 अगस्त से 4 सितंबर तक आयोजित होने वाले मॉप उप राउंड के तहत दवा खिलाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी, निजी स्कूलों व आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों को इसके लिए चिन्हित कर लिया है। इसके साथ ही जिले के सभी निजी स्कूलों में एक नोडल अधिकारी रखा गया है।
शत प्रतिशत सफलता का लक्ष्य
प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य प्रशांत त्रिवेदी की अध्यक्षता में मंगलवार को बैठक संपन्न हुई। बैठक के दौरान पिछले अभियान के दौरान आई चुनौतियों और उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा हुई। मिशन निदेशक पंकज की उपस्थिति में संबंधित अधिकारियों और सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को शतप्रतिशत सफलता को लक्ष्य निर्धारित करने और उसको क्रियांवनित करने के निर्देश दिये गए। साथ ही इस अभियान में शिक्षा, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग समेत 11 अन्य विभागों से सहयोग की अपील की गई।
कृमि मुक्ति क्यों
कृमि संक्रमण से बचाव के लिए हर साल फरवरी और अगस्त महीने में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत अल्बेंडाजोल की खुराक बच्चों को दी जाती है। एक से दो साल तक के बच्चों को अल्बेंडाजोल की आधी गोली और दो साल से ऊपर के बच्चों को अल्बेंडाजोल की पूरी गोली दी जाती है। इस संक्रमण से बच्चों में कुपोषण और खून की कमी होती है तथा थकावट होना, पढ़ाई में मन न लगना आदि व अधिक कृमि होने से जी मिचलाना, दस्त, पेट दर्द, कमजोरी, भूख न लगना जैसे लक्षण हो सकते है।