कोलकाता। एक महिला ने मरने के बाद पांच लोगों को नई जिंदगी दे गई। हावड़ा जिले के एक अस्पताल में मंगलवार को ब्रेन डेड घोषित 38 वर्षीय महिला के हृदय, लीवर, किडनी, आंखें और त्वचा दान किये जाने से पांच लोगों को नई जिंदगी मिली है। बुधवार को सुबह कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में इस महिला के हृदय को दूसरे रोगी के शरीर में प्रतिस्थापित किया गया है। हावड़ा सिटी पुलिस ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए डीसी ट्रैफिक के नेतृत्व में हावड़ा के आंदूल में स्थित नारायणा अस्पताल से कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल तक बुधवार सुबह ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया जिसके बाद मृतका के अंगों को सुरक्षित पहुंचाया जा सका।
ब्रेन डेड हो गया था
ग्रामीण हावड़ा के उदयनाराणपुर स्थित राजापुर गांव की निवासी अंजना भौमिक को रविवार को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था। पति संतोष भौमिक पेशे से चिकित्सक हैं। पत्नी की प्राथमिक चिकित्सा वह खुद ही कर रहे थे। अपेक्षित सुधार नहीं होने पर रविवार को स्थानीय एक नर्सिंग होम में उन्हें भर्ती कराया गया। वहां तबीयत और बिगडऩे पर सोमवार अपराह्न तीन बजे अंजना को आंदुल रोड स्थित नारायणा अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान नारायणा अस्पताल में अंजना भौमिक को मंगलवार देर रात चिकित्सकों ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया।
अंगों को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया
इसके बाद परिवार वालों ने उसके अंगों को दान करने की इच्छा जताई। उसकी एक किडनी नारायण अस्पताल के ही एक रोगी को दान कर दी गई। दोनों आंखें मुकुंदपुर के आई हॉस्पिटल ने सुरक्षित कर ली गई हैं। इसके बाद उसके हृदय, लीवर और एक किडनी को लेने के लिए सुबह एसएसकेएम से विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम नारायणा अस्पताल में पहुंची। हावड़ा पुलिस की मदद से ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया और सुबह 8:30 बजे नारायण अस्पताल से एसएसकेएम के लिए चिकित्सकों की टीम रवाना हुई। अंगों को सुरक्षित अस्पताल पहुंचा दिया गया।
हृदय प्रत्यारोपित किया
अस्पताल में भर्ती नदिया के मृणम्य विश्वास के शरीर में अंजना का हृदय प्रत्यारोपित किया गया जबकि उनका लीवर बारासात निवासी रीना श्री के शरीर में प्रत्यारोपित किया गया है। एसएसकेएम के रोगी के शरीर में उनकी एक किडनी भी प्रतिस्थापित की गई है। उनकी त्वचा को भी दान किया गया है जिसे एसएसकेएम के त्वचा बैंक में संरक्षित कर लिया गया है।