लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बजट में आयुष्मान भारत योजना से बाहर रह गए गरीबों को अपने स्तर से योजना का लाभ देने के लिए राज्य सरकार मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान चलाएगी। इसके तहत प्रदेश के करीब 10 लाख पात्र परिवारों को आयुष्मान योजना के चिन्हित अस्पतालों में मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जाएगा।
इसके लिए सरकार ने बजट में 111 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियानके तहत इलाज कराने वाले मरीजों का 100 फीसदी बिल राज्य सरकार ही अदा करेगी। आयुष्मान योजना में 40 फीसदी की हिस्सेदारी के तौर पर भी सरकार ने बजट में 1298 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है।
स्वास्थ्य के लिए ये है कुछ खास
बहराइच, बस्ती, अयोध्या, शाहजहांपुर व फिरोजाबाद के जिला अस्पतालों को राजकीय मेडिकल कॉलेजों में अपगे्रड करने के लिए 908 करोड़ मिले।
लखनऊ के कैंसर संस्थान के विस्तार और विकास के लिए 248 करोड़।
बलरामपुर जिले में किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय का सेटेलाइट सेंटर बनाने के लिए करोड़।
सैफई के ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान को मजबूती देने के लिए 357 करोड़, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लिए 291 करोड़।
4031 नर्सों के रिक्त पदों पर भर्ती होगी।
100 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस भी संचालित की जाएगी।
इसके अलावा 854 करोड़ से पीजीआई, 907 करोड़ से किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय और 396 करोड़ रुपए से लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान में बेहतर होंगी सेवाएं। लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर चिकित्सा विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए 50 करोड़ मिले। वहीं 6146.5 करोड़ चिकित्सा शिक्षा के लिए व स्वास्थ्य के लिए 16,467.36 करोड़ मिले। प्रदेश में आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए 10 करोड़ मिले।
100 बिस्तर के खुलेंगे अस्पताल
प्रदेश में 100 बिस्तरों के अस्पतालों की संख्या बढ़ाकर दूर-दराज के इलाकों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की तैयारी की है। इसके लिए बजट में फिलहाल 47.5 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है।