लखनऊ। कोई भी दिव्यांग हो वह अपने आप किसी भी तरह से अपेक्षित ना समझे। वह भी समाज के हर क्षेत्र में सामान्य व्यक्तियों जैसे ही योगदान दे रहे हैं। उक्त बातें केजीएमयू के कुलपति एमएलबी भट्ट ने विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर सोमवार को डिपार्टमेंट ऑफ फिजिकल मेडिसिन एण्ड रिहेबिलीटेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होंने महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉङ्क्षकग का उदाहरण भी दिया। इस दौरान दिव्यांगजनों को निशुल्क कृत्रिम अंग, व्हीलचेयर, ट्राईसाइकिल व बैसाखी का वितरण किया गया।
मिला पुरस्कार, खिले चेहरे
यहां पर दिव्यांगों के लिए खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। कुलपति ने दिव्यांगजनों का सहयोग करने वाली मंगला गौरी सेवा संस्थान, लायन्स क्लब प्रतिष्ठा, ड्रीम इंडिया संस्थान एवं हरिओम सेवा केन्द्र समेत अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधियों के प्रयास को सराहा। फिजिकल मेडिसिन एंड रिहेबिलीटेशन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार गुप्ता ने दिव्यांगों के लिए हो रहे कार्य के बारे में बताया। खेल-कूद में हिस्सा लेने वाले 30 प्रतिभागियों को डॉ. अनिल गुप्ता, डा. दिलीप और एके निगम ने पुरस्कार व प्रमाण पत्र दिया। पुरस्कार पाने वालों में राजकुमार, विजय कुमार, राम सुख यादव को पुरस्कार दिया गया।