डेस्क। हमें फिट रहने के लिए हेल्दी डाइट के अलावा विटामिन भी बहुत जरूरी है। आज हम आपको विटामिन एन के बारे में बताने जा रहे हैं। यह प्राकृतिक विटामिन है। इस विटामिन की कमी होने से शरीर में कई प्रकार की बीमारियां हो जाती हैं।
बहुत कम लोग जानते हैं कि विटामिन एन शरीर को अस्थमा से लेकर दिल की बीमारियों से बचाने में मददगार होता है। अगर आप कभी बीमारी नहीं पडऩा चाहते हैं तो विटामिन एन आपके लिए बहुत जरूरी है। आप शुद्ध वातावरण और प्रकृति के माध्यम से आपको विटामिन एन बड़ी आसानी से मिल जाता है। आइये जानते हैं इससे आपको क्या फायदे मिलते हैं।
विटामिन एन लेने के लिए करें ये काम
रोजाना कम से कम 1 घंटा घास पर नंगे पैर चलने से शरीर में विटामिन एन की कमी पूरी हो जाती है।
अपना लंच टाइम बाहर खुली हवा में बैठकर करें। इससे आपके शरीर को विटामिन एन के साथ-साथ विटामिन डी भी मिलेगा।
अपने घर के आस-पास भी ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाएं और अधिक समय नेचर में बिताने की कोशिश करें। इसके अलावा सुबह खुली में सूरज की रोशनी लेने से भी शरीर में विटामिन एन की कमी पूरी हो जाती है।
फिट और स्वस्थ रहने के लिए आजकल 10-15 मिनट तक व्यायाम तो हर कोई करता है लेकिन आप घर में इसे करने की बजाए पार्क में जाएं। आप चाहे तो सुबह और शाम किसी पार्क में वॉक भी कर सकते हैं। इससे भी आपको विटामिन एन मिलेगा।
ये हैं फायदे
अस्थमा का एक मुख्य कारण वायु प्रदूषण भी है और पौधे व पेड़ों के करीब रहने या शुद्ध हवा लेने से फेफड़ों और दिल पर प्रेशर नहीं पड़ता है। विटामिन एन लेने से अस्थमा की समस्या नहीं होती है।
दिल स्वस्थ रहता है
रोज एक घंटा पार्क या नेचुरल जगह पर एक्सरसाइज या सैर करने से मोटापे की शिकायत नहीं होती है। इससे बल्ड सर्कुलेशन सही रहता है, जिससे दिल स्वस्थ रहता है और बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
याददाश्त की क्षमता में सुधार
शुद्ध हवा और वातावरण में रहने से मानसिक थकान से राहत मिलती है, जिससे आपकी याददाश्त और सीखने की क्षमता में सुधार होता है। एक अध्ययन की बात मानी जाए तो करीब 50 मिनट के लिए प्रकृति के बीच समय बिताने वाले लोगों का प्रदर्शन स्मृति परीक्षण में बेहतर होता है।
अल्जाइमर का खतरा कम
इसके अलावा अल्जाइमर का खतरा भी हरियाली में ज्यादा समय रहने से कम कर सकते हैं। एक्सरसाइज करने और हरियाली में रहना दिमाग के लिए फायदेमंद है।