लखनऊ। नए साल में प्रदेश के पीएचसी और उपकेंद्रों को हेल्थ वेलनेस सेंटर के तौर पर विकसित कर शुरू कर दिए जाएंगे। इसके लिए सभी सीएमओ और सीएमएस को प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने निर्देश दिए हैं। इस दौरान कुछ जिलों में धीमी चल रही गति पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को चेतावनी भी दी है।
टीबी मरीजों को चिन्हित कर करें इलाज
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रशांत त्रिवेदी ने बुधवार को एमआर टीकाकरण अभियान की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा किया। मीजल्स-रूबेला टीकाकरण अभियान में नौ माह से लेकर 15 वर्ष तक के सभी बच्चों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना के लाभार्थियों को बिना किसी रुकावट के फायदा पहुंचाने के लिए अधिकारी अपने स्तर से निगरानी करें।
प्रमुख सचिव ने कहा कि टीबी मरीजों को चिन्हित कर उनका समुचित इलाज किया जाए। उनके बैंक खाते में निर्धारित धनराशि उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में आवश्यक दवाओं की कमी न होने पाए। मेडिकल वेस्ट मैनेजमेन्ट को गम्भीरता से लेते हुए सभी सीएमओ अपने जिले के अस्पतालों में इसकी व्यवस्था करायें। इस सम्बन्ध में निर्धारित गाइडलाइन का पूरा पालन किया जाए।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान एनएचएम निदेशक पंकज कुमार, प्रबंध निदेशक मेडिकल सप्लाईज कारपोरेशन श्रुति सिंह, विशेष सचिव नीरज शुक्ला सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।