लखनऊ। भारत 2014 में पोलियो मुक्त घोषित किया जा चुका है। लेकिन हमें सचेत रहने की जरूरत है क्योंकि पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान में पोलियो का वायरस अभी मौजूद हैं। उक्त बातें वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय में महापौर संयुक्ता भाटिया ने कही। महापौर ने रविवार को पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाकर किया।
ये थे मौजूद
इस अवसर पर राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. ए पी चतुर्वेदी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल, डॉ राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय के निदेशक डॉ. डीएस नेगी, डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर एके सिंह, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एमके सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय राजा, डॉक्टर सईद अहमद, डॉक्टर आरवी सिंह, डॉ संजय कुमार, डॉ. अनूप श्रीवास्तव, डॉक्टर आरके चौधरी तथा जिला शिक्षा अधिकारी योगेश रघुवंशी, संक्रामक रोग नियंत्रण कक्ष प्रभारी डॉ एस के सक्सेना, डॉ. सुरभि त्रिपाठी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर केपी त्रिपाठी, डब्ल्यूएचओ के डॉ. पुनीत मिश्रा, डॉ. आशुतोष, यूनिसेफ से डॉ. संदीप शाही, डॉ. सौरभ अग्रवाल, उप जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ वाईके सिंह तथा यूएनडीपी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉक्टर डॉ. नीरज नागर भी उपस्थित थे।
लखनऊ में कुल 2783 बूथ
महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि हमें सतर्क रहना होगा कि यह वायरस हमारे देश में दोबारा ना आए। इसलिए हमें 5 साल तक के सभी बच्चों को पोलियो की दवा पिलानी है। कोई भी बच्चा छूटने न पाए, इसकी जिम्मेदारी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पर है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि लखनऊ में कुल 2783 बूथ लगाए गए हैं तथा कुल 7,71,919 बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। रविवार को कुल 2,29,158 बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाई गई।