लखनऊ। उत्तर प्रदेश को बहुत ही जल्द इंसेफेलाइटिस मुक्त प्रदेश बनाएंगे। यह बात खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सिद्धार्थनगर जिले के लोहिया कला भवन में आयोजित ‘इंसेफेलाइटिस मुक्त हो उत्तर प्रदेशÓ कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि 21 वर्ष पहले मुझे इंसेफेलाइटिस से जुडऩे का अवसर मिला था। इंसेफेलाइटिस उन्मूलन के लिए एबीपी परिवार की पहल के लिए सीएम ने धन्यवाद दिया।
कही ये बात
उन्होंने कहा कि जब मैं पहली बार सांसद बना उस समय बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सुविधाओं का टोंटा था एक ही बेड पर 4-5 बच्चों को लेटना पड़ता था। मैंने तब के मुख्यमंत्री को इन हालातों से अवगत कराया और बीआरडी मेडिकल कॉलेज को अपनी ओर से बेड, बिस्तर आदि भी उपलब्ध कराया।
इंसेफेलाइटिस के लिए सड़क से लेकर संसद तक लड़ी लड़ाई
मुख्यमंत्री ने कहा मैं सड़क से लेकर संसद तक इस बीमारी के खिलाफ लड़ा हूं। सुषमा स्वराज जब देश की स्वास्थ्य मंत्री बनी तो उनके द्वारा मुझे पहली बार 1 लाख इंसेफेलाइटिस की वैक्सीन उपलब्ध कराईं गयीं। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा सुषमा स्वराज से 1 करोड़ वैक्सीन की मांग की गई। बाद में ये वैक्सीन भारत में ही बननी शुरू हो गयी थी। मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 में प्रदेश में जब बीजेपी की सरकार बनी तो बड़े पैमाने पर जागरूकता दस्तक/संचारी रोग अभियान चलाया गया।
इस अभियान के तहत 14 विभागों के बीच समन्वय स्थापित किया गया और जमीन पर जा कर इस बीमारी से बचाव के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि एईएस/जेईएस का मूल कारण गंदगी और अशुद्ध जल है। बाजार से खरीदे गए पानी की क्वालिटी की कोई गारंटी नहीं होती इसलिए उपलब्ध जल को गर्म कर छान कर पीना ही सबसे सुरक्षित है।
सिद्धार्थनगर में 2017 में एईएस के 216 केस
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि सिद्धार्थनगर में 2017 में एईएस के 216 केस आये, जिनमें से 38 की मौत हुई, 2018 में एईएस के 149 केस आये जिनमें से 16 की मौत हुई और 2019 में एईएस के 40 केस आये जिनमें से सिर्फ 3 की मौत हुई। वहीं 2017 में सिद्धार्थनगर में जेई के 55 केस आये जिनमें 16 की मौत हुई, 2018 में जेई के 19 केस आये जिनमें 5 की मौत हुई तो वहीं 2019 में अभी तक जेई के 4 केस आये जिनमें से एक भी मौत नहीं हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के सभी चिकित्सालयों में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई हैं। इसके साथ ही गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज को आधुनिक बनाया गया है।
गोरखपुर एम्स में 50 छात्रों को मिला प्रवेश
उन्होंने बताया कि गोरखपुर एम्स में आज 50 स्टूडेंट्स को प्रवेश दिया गया है। वहां भी मेडिकल पढ़ाई शुरू हो गयी है। इसके अलावा बस्ती,देवरिया और सिद्धार्थनगर में भी मेडिकल कॉलेज बन रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा जल्द ही उत्तर प्रदेश को पूरी तरह से इंसेफेलाइटिस मुक्त बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के कई राज्य बाढ़ से प्रभावित हैं और उत्तर प्रदेश में भी पहले बाढ़ से भारी तबाही होती थी मगर प्रदेश सरकार की बेहतर प्लानिंग की वजह से इस बार कहीं भी कोई परिवार प्रभावित नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया गया और नदियों की धारायें मोड़ दी गईं। इससे उन क्षेत्रों में भी पानी पहुंच गया जहां पानी नहीं पहुंच पाता था।