लखनऊ। अस्थमा एक खतरनाक बीमारी है। इसका सबसे बड़ा कारण प्रदूषण है। प्रदूषण से अस्थमा रोगियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अस्थमा के बारे में जागरूक करने और इनहेलर का प्रयोग कर इस बीमारी को रोके जाने को लेकर छह जिलों में अस्थमा की ‘बेरोक जिंदगी यात्रा’ का आयोजन किया जा रहा है। यह जिले पूर्वी उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बाराबंकी, कानपुर, प्रयागराज, बनारस, गोरखपुर हैं। यह जानकारी आईएमए अध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत ने प्रेस क्लब में आयोजित प्रेसवार्ता में दी।
प्रदूषण भी एक बड़ा मुख्य कारण
उन्होंने कहा कि अस्थमा से प्रभावित हो रहे भारत के 9 करोड़ 35 लाख लोगों को जागरूक करना और अस्थमा की रोकथाम और उसके विषय में फैली भ्रामक विसंगतियों को दूर करना ही लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि जीडीबी ग्लोबल डिजीज बर्थ डेट 2018 के अनुसार उत्तर प्रदेश का स्थान अस्थमा प्रसार और मृत्यु दर में अन्य राज्यों की अपेक्षा पहले नंबर पर है। बदल रहा पर्यावरण और प्रदूषण भी एक बड़ा मुख्य कारण है जो अस्थमा रोगियों में खासी बढ़ोतरी कर रहा है। ब्रिथ फ्री हेल्थ केयर प्रोफेशनल की मदद से सिपला द्वारा की जा रही पब्लिक सर्विस है जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को अस्थमा और सांस जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरूक करना है।