बलरामपुर। भ्रष्टाचार और गंभीर आरोपों से घिरे डा. राजेश मोहन गुप्ता का तबादला गुरुवार को सोनभद्र कर दिया गया। बलरामपुर के जिला संयुक्त चिकित्सालय में तैनात मुख्य चिकित्साधीक्षक है। भ्रष्टाचार और आरोपों की जांच अपर निदेशक को सौंपी गई है।
लिपिक को पहले ही निलंबित किया जा चुका
संयुक्त जिला चिकित्सालय में तैनात मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. राजेश मोहन गुप्ता पिछले दो महीनों से लिपिक अजय श्रीवास्तव के साथ चल रहे विवाद को लेकर सुर्खियों में थे। दोनों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए थे। सदर विधायक पल्टूराम ने भी मुख्य चिकित्साधीक्षक पर गंभीर आरोप लगाकर जांच के लिए शासन में पत्र लिखा था। मुख्य चिकित्साधीक्षक की शिकायत पर लिपिक अजय श्रीवास्तव को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। गुरुवार को मुख्य चिकित्साधीक्षक का भी तबादला कर दिया गया।
यह है आरोप
चिकित्सा विभाग अनुभाग-2 के विशेष सचिव डा. नीरजा शुक्ला ने जारी पत्र में कहा है कि सीएमएस का तबादला प्रशासनिक आधार पर जिला चिकित्सालय सोनभद्र में वरिष्ठ परामर्शदाता के पद पर किया गया है। दूसरी ओर चिकित्सा अनुभाग-2 के सचिव बी हेकला निमोझी ने अपने पत्र में कहा है कि डॉ. राजेश मोहन गुप्ता पर पारिवारिक नर्सिंग होम में प्रैक्टिस करने, भ्रष्टाचार में लिप्त होने, उच्चाधिकारियों के आदेश की अवहेलना व अधीनस्थ कर्मचारियों को अनावश्यक रूप से प्रताडि़त करने का आरोप है। इन आरोपों की जांच स्वास्थ्य सेवा के अपर निदेशक प्रशासन को सौंपी गई है।