नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के कनौनी गांववासी 56 वर्षीय सरकारी कर्मचारी के शरीर में जयपुर के डोनर का दिल धड़क रहा है। बीएलके सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने जीवनरक्षक सर्जरी करते हुए दिल का प्रत्यारोपण किया। सरकारी कर्मचारी डायलेटेड कार्डिमायोपैथी बीमारी से पीडि़त था। उसे सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही थी। वह अचानक बेहोश हो जाता था। मानवीय आधार पर यह ट्रांसप्लांट किया गया, क्योंकि रिसीवर निम्न आय वर्ग का था। सर्जरी के पैसे भी नहीं लिए गए। सफल प्रत्यारोपण के बाद मरीज की सेहत में सुधार है। उसके दो बेटे और दो बेटियां हैं।
जयपुर के एक 30 वर्षीय पुरुष को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में ब्रेन डेड घोषित किया गया। उसकी कुछ ही दिन पहले सड़क दुर्घटना हुई थी। गुर्दे और आंखों का प्रत्यारोपण जयपुर के एसएमएस अस्पताल में ही किया गया। लिवर और दिल को दिल्ली भेजा गया था।