लखनऊ। केजीएमयू में छात्राओं से अश्लील हरकत करने वाले लॉरी कॉर्डियोलॉजी विभाग के टेक्नीशियन पर केजीएमयू प्रशासन मेहरबानी दिखा रहा है। बता दें कि 21 छात्रों की लिखित शिकायत के बाद भी केजीएमयू अफसरों ने आरोपी को नोटिस देना भी मुनासिब नहीं समझा। बताया जा रहा है कि करीब 15 साल बीतने के बाद भी टेक्नीशियन का विभाग नहीं बदला गया। इस वजह से टेक्नीशियन का मनोबल बढ़ गया है।
नाराज छात्राओं ने यह कहा
अश्लीलता करने वाले टेक्नीशियन पर कोई कार्रवाई न होने से छात्राओं में खासी नाराजगी है। छात्राओं ने कहा कि जल्द ही कार्रवाई न हुई तो वह मुख्यमंत्री व चिकित्सा शिक्षा विभाग के मंत्री से शिकायत करेंगी। हालांकि अधिकारी जांच के नाम पर कागजी खानापूर्ति में जुट गए हैं।
विशाखा कमेटी को पत्र लिखकर मामले से अवगत कराया
छात्राओं ने टेक्नीशियन की करतूतों के बारे में बताया
बता दें कि लॉरी कॉर्डियोलॉजी में टेक्नीशियन के खिलाफ पीडि़त छात्राओं ने लिखित शिकायत की है। चि_ी में छात्राओं ने टेक्नीशियन की करतूतों के बारे में बताया है। इस संबंध में 21 छात्राओं ने एक पत्र पर सामूहिक हस्ताक्षर कर प्रॉक्टर कार्यालय को पत्र लिखा। इसके अलावा सात छात्राओं ने अलग से पत्र लिखकर अपनी पीड़ा जाहिर की थी। प्रॉक्टर कार्यालय से मामले की जांच विशाखा कमेटी से कराने का फैसला किया। इस संबंध में विशाखा कमेटी को पत्र लिखकर मामले से अवगत करा दिया है।
आरोपी टेक्नीशियन पर कोई कार्रवाई नहीं
पांच दिन से अधिक बीतने के बाद भी अभी तक आरोपी टेक्नीशियन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। छात्राओं का कहना है कि जांच के नाम पर मामले पर लीपापोती की जा रही है। अभी तक नोटिस जारी नहीं की गई, कम से कम नोटिस जारी की जा सकती है। साथ ही जांच पूरी होने तक विभाग से अलग तो किया जा सकता था।
वहीं इसे मामले में मंगलवार को विशाखा कमेटी की अध्यक्ष डॉ. सुनीता तिवारीप्रॉक्टर कार्यालय से पत्र मिला है। इस संबंध में पीडि़त पक्ष और आरोपी टेक्नीशियन का पक्ष सुना जाएगा। दो दिन में जांच की प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है।
केजीएमयू के कुलसचिव राजेश राय ने कहा कि पत्र मिला है, इस आधार पर लॉरी कॉर्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष से जांच कराने को कहा गया है। उनकी रिपोर्ट के आधार पर दोनों पक्ष से बात की जाएगी।