मेरठ। डॉक्टर की लापरवाही के चलते एक महिला मौत के मुंह में पहुंच गई है। महिला के परिजनों का आरोप है कि इसके बावजूद नर्सिंग होम संचालक ने दोगुना बिल बनाकर उनके हाथ में थमा दिया। विरोध करने पर उनके साथ मारपीट करते हुए उल्टा उनके खिलाफ ही थाने में लूट का मुकदमा दर्ज करा दिया है। पीड़ितों ने मगलवार को एसएसपी से शिकायत करते हुए इस मामले में कार्रवाई की मांग की।
दोगुनी रकम वसूली
मंगलवार को मानव अधिकार सुरक्षा संगठन भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवाजी सिंह राठौर के साथ जिटोली निवासी मंजू अपने परिजनों के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंची। मंजू ने बताया कि उसकी देवरानी को 25 जुलाई को कंकरखेड़ा के आशुतोष नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। 26 जुलाई को डॉक्टरों ने उसकी देवरानी का बच्चेदानी का ऑपरेशन किया। आरोप है कि डॉक्टरों ने लापरवाही बरतते हुए महिला मरीज की दो नस काट डाली। इसके बावजूद कच्चे पक्के बिल बनाकर महिला परिजनों से दोगुनी रकम वसूली। हालत बिगड़ने पर महिला के परिजनों ने उसे दूसरे डॉक्टर को दिखाया तो मामले का खुलासा हुआ।
सच्चाई सामने लाने की मांग
परिजनों का आरोप है कि इस मामले की शिकायत करने वह नर्सिंग होम पहुंचे तो नर्सिंग होम संचालक ने उनके साथ मारपीट करते हुए उनकी कार में तोड़फोड़ का प्रयास किया। इतना ही नहीं उसने मारपीट और लूट का झूठा आरोप लगाते हुए पुलिस बुला ली। आरोप है कि नर्सिंग होम संचालक के दबाव में पुलिस ने उल्टा उनके खिलाफ ही लूट की रिपोर्ट दर्ज कर ली। पीड़ितों ने हॉस्पिटल की सीसीटीवी फुटेज निकलवाकर मामले की सच्चाई सामने लाने की मांग की। एसएसपी अजय साहनी ने घटना की जांच करके कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।