लखनऊ। ठाकुरगंज स्थित टीबी संयुक्त चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड के लिए मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मरीज प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटर जाने को मजबूर हो रहे हैं। मरीजों की परेशानी का कारण है कि यहां अल्ट्रासाउंड जांच ठप है। गौरतलब है कि करीब ढाई साल पहले रेडियोलॉजिस्ट का तबादला हो गया था जिससे जांच ठप पड़ी है। प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के मरीज को भी बाहर से जांच कराई जा रही है।
50 से ज्यादा मरीजों की अल्ट्रासाउंड जांच
टीबी संयुक्त चिकित्सालय करीब 100 बेड हैं। रोजाना ओपीडी में सात से आठ सौ मरीज आ रहे हैं। मेडिसिन, सर्जन, स्त्री रोग विशेषज्ञ, टीबी एवं सांस रोग, बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती है। डॉक्टर पेट संबंधी बीमारी की आशंका में मरीजों को अल्ट्रासाउंड जांच लिख रहे हैं। प्रतिदिन 50 से ज्यादा मरीजों की अल्ट्रासाउंड जांच हो रही है। गुजरे करीब ढाई साल से अल्ट्रासाउंड मशीन बंद पड़ी है।
जल्द ही विशेषज्ञ की तैनाती होने की उम्मीद
अधिकारियों का कहना है कि रेडियोलॉजिस्ट डॉ. प्रभात झा मरीजों का अल्ट्रासाउंड जांच कर रहे थे। इसी दौरान उनका तबादला हो गया। उसके बाद से किसी रेडियोलॉजिस्ट की अस्पताल में तैनाती नहीं हुई। मशीन बंद होने से उसके खराब होने की आशंका जाहिर की जा रही है। टीबी संयुक्त चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. आनंद बोध का कहना है कि रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती के लिए शासन में गुहार लगाई गई है। जल्द ही विशेषज्ञ की तैनाती होने की उम्मीद है। रेडियोलॉजिस्ट का संकट है। शायद इसी वजह से तैनाती में अड़चन आ रही है।