लखनऊ। स्वाइन फ्लू से पीडि़त लखीमपुर निवासी एक युवक की गुरुवार को केजीएमयू में मौत हो गई। बता दें कि इस युवक को तीन दिन पहले ही मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। मेडिकल कॉलेज में सीतापुर, लखीमपुर व आस-पास के जिलों से रहस्मयी बुखार के भी कई पीडि़त भर्ती हैं। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में रहस्यमयी बुखार ने कहर मचा रखा है। वहीं दूसरी ओर स्वाइन फ्लू ने भी दस्त दे दी है।
एईएस की संभावना पर लखनऊ रेफर
सीतापुर जिले की बात करें तो यहां रहस्यमयी बुखार आफत बन चुका है। ग्रस्त इलाकों के अलावा दूरदराज इलाकों में भी लोग संक्रामक रोगों से पीडि़त बताए जा रहे हैं। यहां के लोग विषाणु और जीवाणु जनित रोगों के प्रकोप से बुखार और डायरिया से परेशान होकर अस्पताल की ओर रुख कर रहें हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सीतापुर जिला अस्पताल में अब तक इस बुखार से पीडि़त कुल 23 बच्चे भर्ती किए है, जिनमें से 2 बच्चों की मौत हो चुकी है। बच्चे संक्रामक रोगों की चपेट में आ रहे हैं। चिल्ड्रन वार्ड में पिछले 48 घंटों में बुखार पीडि़त 12 बच्चे भर्ती हुए। इसमें से एक में एईएस की संभावना लगने पर उसे मेडिकल कॉलेज लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया।
यहां यह हुआ है
गौरतलब है बरसात के बाद से बरेली जिले में रहस्यमयी बुखार का प्रकोप चल रहा है और इसका सबसे बुरा असर देहात क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है जहां हजारों लोग बुखार की चपेट में हैं। हालांकि बरेली में बुखार से मौतों पर स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने जिला मलेरिया अधिकारी समेत 4 को निलंबित किया था।
यह कहा अधिकारी ने
वहीं इस मामले पर केजीएमयू के मीडिया प्रभारी डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि स्वाइन फ्लू से पीडि़त मरीज को काफी गंभीर हालत में लाया गया था। उसे हार्ट की भी समस्या थी। डॉक्टरों ने मरीज का बेहतर इलाज करके बचाने की कोशिश की लेकिन मरीज को बचाया न जा सका। इसके अलावा जो भी पेशेंट बुखार या किसी भी बीमारी से संबंधित भर्ती हैं उनका इलाज ठीक तरह से हो रहा है।