डेस्क। गर्मी की दस्तक हो चुकी है। गर्मियों में पसीना आना स्वाभाविक है। और पसीना आना शरीर के लिए सेहतमंद भी है। लेकिन जिन लोगों को बहुत अधिक पसीना आता है उन्हें डीहाइड्रेशन या नमक की कमी जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
अलग-अलग लोगों की पसीने संबंधी जरूरत अलग-अलग होती है। किसी को कम पसीना आता है तो किसी को ज्यादा। इसलिये विशेषज्ञ बताते हैं कि पसीने की कोई एक निश्चित मात्रा निर्धारित नहीं की जा सकती। पसीना शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थों जैसे एल्कोहल, कोलेस्ट्रॉल और नमक की अतिरिक्त मात्रा को बाहर करता है। पसीने में प्राकृतिक रूप से एंटी-माइक्रोबियल पेप्टाथाइड होता है जो टीबी और दूसरे हानिकर रोगाणुओं से रक्षा करता है।
विशेषज्ञ और डॉक्टर्स बताते हैं कि पुस्तकों में इस बीमारी के बारे में एक पैराग्राफ से अधिक का जिक्र नहीं मिलता। इसलिए ज्यादातर डॉक्टर इस बीमारी और इससे मरीजों को होने वाली मानसिक पीड़ा से ठीक तरह से वाकिफ नहीं होते।
साफ-सफाई का ध्यान
पसीना अधिक आने की समस्या होने पर साफ-सफाई का खास खयाल रखें। इससे पसीने को रोकने में बहुत मदद मिलती है। इससे पर्सनल हाइजीन होती है और आपकी त्वचा भी संक्रमण और बीमारी से बचती है। जब भी कोई कपड़ा पहने तो उससे पहले अपने अंडरआर्म को सुखा लें। इससे कम पसीना आएगा। ठीक प्रकार से नहाएं और गर्मियों के मौसम में रोजाना दो बार नहाएं।
डाइट
प्रतिदिन एक बार एक कप टमाटर का जूस लेने से अधिक पसीने आने की समस्या से राहत मिलती है। इसके अलावा ग्रीन टी पियें, इससे न सिर्फ आपकी सेहत बेहतर रहती है बल्कि यह पसीने को नियंत्रित करने में भी मददगार साबित होती है। हां पानी अधिक से अधिक पिएं। ताकि पसीने की दुर्गंध से आपको छुटकारा मिल सके और शरीर भी हाइड्रेट रहे।