लखनऊ। आखिरकार एसजीपीजीआई में रेजीडेंट डॉक्टरों द्वारा कार्य बहिष्कार दो सप्ताह के लिए टाल दिय गया है। यह फैसला असहयोग आंदोलन की चेतावनी दे चुके रेसिडेंट्स ने बुधवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन से मुलाकात के बाद लिया। मंत्री आशुतोष टंडन ने जल्द ही मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है। रेसिडेंट्स ने पहले प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा से मिलकर अपना पक्ष रखा था। प्रमुख सचिव रजनीश दुबे ने भी रेसिडेंट्स की मांग को सही करार देते हुए अपनी सहमती दी।
पहले यह हुआ था
रेजीडेंट डॉक्टरों द्वारा कार्य बहिष्कार की चेतावनी के बाद निदेशक प्रो. राकेश कपूर ने अपील और एस्मा का हवाला देकर कहा था कि रेजीडेंट डॉक्टर कार्य बहिष्कार ना करें। आरडीए एसजीपीजीआई के संयोजक डॉ. अनिल गंगवार ने कहा कि यह निर्णय हमारी एसोसिएशन की जनरल बॉडी की बैठक में लिया गया था। उनका कहना है कि यह मामला काफी दिनों से चला आ रहा है और जब फैकल्टी और कर्मचारियों का वेतन भत्ता एम्स दिल्ली के अनुसार कर दिया गया तो आखिर हमारे साथ यह भेदभाव क्यों। इसीलिए हमने यह निर्णय लिया है।