लखनऊ। केजीएमयू में गुर्दे की बीमारी से परेशान लोगों को थोड़ी राहत मिल गई है। यहां दो डायलिसिस मशीनों को ठीक करा दिया गया है। जबकि यहां 11 मशीनें लगाई गई हैं। मशीन की गड़बड़ी के चलते यहां डायलिसिस मरीजों की संख्या आधी हो गई है। वहीं केजीएमयू के सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार ने कहा कि मरीजों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं। बाकी मशीनें भी जल्द ही काम करेंगी।
चार शिफ्ट में डायलिसिस
केजीएमयू के नेफ्रोलॉजी विभाग में पीपीपी मॉडल पर 17 डायलिसिस मशीनों का संचालन हो रहा है। संस्था का करीब डेढ़ करोड़ रुपये फंस गया। बकाया पैसा न मिलने पर संस्था ने मशीन का संचालन रोक दिया। खराब मशीनें भी ठीक कराने में आनाकानी शुरू कर दी। करीब एक महीने से 11 मशीनें बिगड़ गई। 17 मशीनों पर रोजाना 40 से 45 मरीजों की डायलिसिस हो रही थी। मौजूदा समय में चार शिफ्ट में डायलिसिस हो रही थी। 20 से 25 मरीजों की डायलिसिस हो रही है।