फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के सदर अस्पताल में नर्स की लापरवाही से 40 मरीजों की जान पर बन आई। किसी तरह से मरीजों में हुए रिएक्शन को काबू में किया गया। तीमारदारों ने नर्स की लापरवाही को लेकर पूरे अस्पताल में हंगामा काटा। ड्यूटी में तैनात वार्ड ब्याय, नर्सों व डाक्टरों में अफरा-तफरी मच गई। सीएमएस ने घटना की जांच कराने व ड्यूटी पर तैनात नर्स को चेतावनी देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
पूरा अस्पताल रिएक्शन को काबू में जुट गया
सोमवार सुबह करीब आठ बजे ड्यूटी पर तैनात नर्स ने वार्ड संख्या 16 में भर्ती 40 मरीजों को एम्पीसिलीन इंजेक्शन दिया। इंजेक्शन लगने के कुछ देर बाद मरीजों को घबराहट के साथ जी मिचलाने व शरीर में चक्कते की शिकायत हुई तो पूरे वार्ड में शोर शराबा शुरू हो गया। तीमारदारों ने भागकर डाक्टरों व चिकित्सा अधीक्षक को बताया। आनन-फानन में पूरा अस्पताल मरीजों में हुए रिएक्शन को काबू में पाने के लिए जुट गया। इस घटना के बाद से अस्पताल में भर्ती सभी मरीज दहशत में हैं और जिला अस्पताल की कार्यप्रणाली पर उंगलियां उठा रहे हैं।
इन मरीजों को हुआ रिएक्शन
नर्स के इंजेक्शन लगाने के बाद सुशीला अवस्थी (60), रजनी तिवारी (50), जन्नतुन (65), रेश्मा (16), सम्पत्तिया (45), सुधा (60), प्रभा देवी (38), पारूल तिवारी (18), संध्या (16), निशा देवी (32) सहित 40 मरीजों को रिएक्शन हो गया। सीएमएस डाॅ. प्रभाकर पाण्डेय ने बताया कि कुछ मरीजों को नर्स ने इंजेक्शन दिया था, जिन्हें रिएक्शन हो गया।
नर्स ने लापरवाही बरती
खबर मिलते ही डाॅ. आरएन गुप्ता, फिजीशियन व डाॅ. आरएन सक्सेना को तत्काल भेजा गया। मरीजों को दवाइयां देकर स्थिति को काबू में किया गया। सीएमएस का कहना है कि निश्चित तौर पर नर्स ने लापरवाही बरती है जिसे अस्पताल प्रशासन द्वारा चेतावनी दी गई है। रही बात 40 मरीजों की तो कुछ मरीज अपने बगल के मरीज को देखकर शोर मचाने लगे।