लखनऊ। अवंतीबाई अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को जांच के लिए अब ज्यादा रुपये खर्च करने की जरूरत नहीं है। यह जांच हेपेटाइटिस बी, सी व इलेक्ट्रोलाइट की है। इसके लिए महिलाओं को निजी पैथोलॉजी में जांच कराने के लिए बाहर नहीं जाना होगा। अस्पताल में जल्द ही इन जांचों की सुविधा मुहैया होगी।
इलेक्ट्रोलाइट की जांच हर दिन करीब 20-30
अस्पताल की पैथोलॉजी में इलेक्ट्रोलाइट व अलिवा मशीन जल्द ही लगाई जाएगी। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में विटामिन डी की कमी के चलते इलेक्ट्रोलाइट का असंतुलन हो जाता है जिसके चलते चिकित्सक सीरम इलेक्ट्रोलाइट टेस्ट करने के लिए कहते हैं। ओपीडी में रोजाना 600 से 700 जांचें की जाती हैं जिनमें से इलेक्ट्रोलाइट की जांच के लिए हर दिन करीब 20-30 मरीज आते हैं। वहीं हफ्ते में पांच से दस मरीजों को हेपेटाइटिस बी व सी की जांच लिखी जाती है।
यह कहा अधिकारी ने
चिकित्सक डॉ. प्रवीन का कहना है कि पैथोलॉजी चौबीस घंटे चलती है जिसके चलते दो शिफ्ट में टेक्नीशियन काम करते हैं। एक गर्भवती महिला की कम से कम (टीएलसी-डीएलसी, हीमोग्लोबिन, आरबीएस, ब्लड ग्रुप, यूरिन जांच) होती ही है। इन जांच में जरा सी चूक हो जाए, तो जच्चा के साथ-साथ गर्भ में पल रहे बच्चे की जान भी खतरे में पड़ सकती है। चिकित्सा अधीक्षिका डॉ नीरा जैन का कहना है कि हमारे पास कुल दस टेक्नीशियन मौजूद हैं, इस समय जांचों के लिए सुविधाएं पर्याप्त हैं, कमी होने पर नियुक्तियों के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।