लखनऊ। प्रदूषण पर रोक लगाना जरूरी है। समय रहते यदि इस पर रोक नहीं लगाई गई तो आने वाले समय में कई खतरनाक बीमारियों की चपेट में लोग आ जाएंगे। यह बात मंगलवार को आइआइटीआर के निदेशक डॉ. आलोक धवन ने कही। वे बतौर मुख्य अतिथि एराज लखनऊ मेडिकल कॉलेज एंड हास्पिटल और एराज विश्वविद्यालय की ओर से दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सीएमई ऑनको-4 में बोल रहे थे।
एराज विश्वविद्यालय में पर्सनालाइज्ड मेडिसिन का नया विभाग
प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए उन्होंने छात्रों और प्रतिनिधियों को प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में एराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अब्बास अली मेहदी, उप कुलपति प्रो. फरजाना मेहदी और एराज के प्रधानाचार्य प्रो. एमएमए फरीदी भी मौजूद रहे। एराज विश्वविद्यालय की उप कुलपति प्रो. फरजाना मेहंदी ने बताया कि एराज लखनऊ मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल और एराज विश्वविद्यालय में पर्सनालाइज्ड मेडिसिन का नया विभाग खुलने से सहूलियतों में इजाफा होगा। इसके साथ ही शोध और छात्राओं के ज्ञान में वृद्धि होगी। कार्यक्रम में लंदन से आए डॉ हसन रिजवी ने बताया कि वर्तमान समय में पैथालॉजिस्ट की जिम्मेदारियां काफी बढ़ गयी हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में हर इंसान को हर वक्त अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए तैयार रहना चाहिये। केजीएमयू के प्रो. एके त्रिपाठी ने रक्त कैंसर की रोकथाम और उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी लोगों को दी।