लखनऊ। राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी फार्मासिस्ट संघ की कार्यकारिणी की बैठक राजाजीपुरम स्थित राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी औषधि निर्माण साला में हुई। इस बैठक में फार्मासिस्ट के उत्पीडऩ को लेकर एक स्वर में पदाधिकारियों ने कहा कि जब से प्रोफेसर सत्यनारायण सिंह ने आयुर्वेद निदेशक का पदभार संभाला है तब से फार्मासिस्ट की सेवा संबंधी कार्यों पर उपेक्षापूर्ण व्यवहार करते हैं।
एसीपी स्वीकृत नहीं
2017 से एसीपी के पात्र फार्मासिस्ट की एसीपी स्वीकृत नहीं की जा रही है जबकि एसीपी में समय बदलता का आदेश शासन द्वारा 30 दिसंबर 2013 को निर्धारित किया गया है। इसके अलावा फार्मासिस्ट की अन्य समस्याओं पर चर्चा की गई। बैठक में संघ के प्रांतीय अध्यक्ष विद्याधर पाठक, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुखलाल पटेल, महामंत्री आनंद कुमार सिंह, संयुक्त मंत्री रामकुमार वर्मा, कोषाध्यक्ष सत्य प्रकाश द्विवेदी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।