लखनऊ। लोहिया अस्पताल में विलय को लेकर आंदोलन कर रहे पदाधिकारियों की शनिवार को प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा से वार्ता हुई। वार्ता के बाद विलय को लेकर छाए बादल साफ हो गए यानि कि विलय का रास्ता साफ हो गया है। प्रमुख सचिव ने कहा कि अब सभी कर्मचारी प्रतिनियुक्ति पर लिए जाएंगे।
ये थे मौजूद
लोहिया बचाओ कर्मचारी संघर्ष मोर्चा और राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उप्र. के पदाधिकारियों ने प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे से मुलाकात के दौरान चिकित्सा शिक्षा के विशेष सचिव डॉ. रूपेश, लोहिया संस्थान के निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी, लोहिया अस्पताल के निदेशक रहे डॉ. डीएस नेगी, केजीएमयू कुलसचिव राजेश कुमार राय भी मौजूद रहे। जबकि प्रतिनिधिमंडल में परिषद के अध्यक्ष वीपी मिश्रा, महामंत्री अतुल मिश्रा, मोर्चा के अध्यक्ष डीडी त्रिपाठी, उपाध्यक्ष प्रशासन अनिल कुमार चौधरी व राम मनोहर कुशवाहा, शशि सिंह आदि मौजूद रहे।
प्रतिनियुक्ति भत्ता
अधिकारियों और पदाधिकारियों के बीच लोहिया अस्पताल का संस्थान में विलय पर विस्तार से चर्चा हुई। प्रमुख सचिव ने मांगों को मानते हुए सभी कर्मचारियों को प्रतिनियुक्ति पर लिए जाने का निर्देश दिया। इनको प्रतिनियुक्ति भत्ता मिलेगा। जबकि अस्पताल के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को पहले ही विलय में शामिल किया जा चुका है। डॉक्टरों का भी रास्ता साफ हो चुका है। प्रमुख सचिव ने यह भी कहा कि जो कर्मचारी विभाग में वापस जाना चाहेंगे, वह जा सकते हैं। उनको प्रतिनियुक्ति पर नहीं लिया जाएगा।