लखनऊ। अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल हुई एक सर्जरी ने सबको चौंका कर रख दिया है। आप सुनेंगे तो आप भी चौंक जाएंगे। आपने शायद ही कभी सुना होगा कि सर्जरी के दौरान मरीज होश में हो, लेकिन यहां तो मरीज होश में ही नहीं बल्कि वीडियो चैट कर रहा था। इस दौरान ही डॉक्टरों ने मरीज का ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी कर दी। ये सर्जरी शायद उत्तर प्रदेश में की गई पहली ब्रेन सर्जरी हो जिसमें मरीज अपने परिवार से वीडियो चैट कर रहा हो।
ब्रेन में बांयी ओर 5 सेमी का ट्यूमर
अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में उन्नाव निवासी एक 20 वर्षीय युवक के ब्रेन ट्यूमर की अवेक सर्जरी अपने परिवार के साथ वीडियो चैट करते हुए की गई। अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जन डॉक्टर रवि शंकर ने बताया कि 20 वर्षीय नवयुवक को ब्रेन में बांयी ओर 5 सेमी का ट्यूमर था जिसकी वजह से उसका दांया हाथ और पैर कमजोर हो रहा था। ये ट्यूमर एक लाख में से 2 लोगों में पाया जाता है।
वीडियो चैट करता रहा मरीज और पता ही नहीं चला कब हो गई सर्जरी
इसकी सर्जरी मरीज को बिना बेहोश हुये की जाती है। मरीज को इसकी जानकारी देने पर उसने घबराहट के कारण परिवारीजनों के सामने सर्जरी करवाने की इच्छा जताई। लेकिन सर्जरी के दौरान परिवार का ओटी में रहना संभव नहीं था ऐसे में डाक्टर ने मरीज को सर्जरी के दौरान वीडियो चैट प्रस्ताव दिया जिस पर मरीज भी राजी हो गया। चार घन्टे तक चले इस आपरेशन के दौरान मरीज अपने परिवार से वीडियो चैट से सम्पर्क में था और उसकी सर्जरी कब हो गयी उसका उसको पता भी न चला।
मरीज स्वस्थ
डॉक्टर रविशंकर ने बताया कि मरीज दो साल से शरीर में कमजोरी से परेशान था। इस ट्यूमर में ज्यादातर मरीज को ब्रेन के जिस दिशा में ट्यूमर होता है उसकी उल्टी दिशा का हाथ-पैर काफी कमजोर होने लगता है और कमजोरी इतनी बढ़ जाती है कि मरीज के शरीर का अंग लकवाग्रस्त भी हो सकता है। सर्जरी के बाद अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है और सामान्य रूप से अपने काम कर रहा है।
यह कहा अस्पताल के चेयरमैन ने
अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. सुशील गट्टानी ने इस सफल सर्जरी का श्रेय पूरी टीम को देते हुए कहा की अपोलो मेडिक्स सुपर स्पेशलटी हॉस्पिटल में आने वाले हर मरीज को विश्व विख्यात सुविधा देना उनका पहला उद्देश्य है। उपचार के बाद मरीज सचिन को 4 दिन बाद हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई है।