लखनऊ। यूपीएचएसएसपी परियोजना से निकाले गए कर्मचारियों के समायोजन को लेकर संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने प्रमुख सचिव से मुलाकात कर वार्ता की। प्रमुख सचिव को कर्मचारियों से संबंधित मांगों से अवगत कराया। वार्ता के बाद प्रमुख सचिव ने कहा कि पीआईपी प्रस्ताव पास किए जाने के लिए रिमाइंडर पत्र तैयार करके एनएचएम कार्यालय दिल्ली भेजा गया है। इसके साथ ही पूर्व में कार्यरत सभी पैरामेडिकल कर्मचारी की सेवाएं यथावत जारी रहेंगे, नए टेंडर व्यवस्था के तहत सभी कर्मचारियों को समायोजित किया जाएगा।
प्रदर्शन के बाद वार्ता
वार्ता में संघ की ओर से प्रदेश अध्यक्ष रितेश मल्ल, अमित द्विवेदी, निशांत द्विवेदी, रामेन्द्र श्रीवास्तव, सत्यम दीक्षित थे। प्रदेश के विभिन्न चिकित्सालयों से निष्कासित किए गए यूपीएचएसएसपी परियोजना के कर्मचारियों के समायोजन के क्रम में बुधवार को एनआरएचएम कार्यालय पर प्रदर्शन और गुरुवार को जनपथ सचिवालय भवन पर प्रदर्शन किया गया। इसके बाद संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल को प्रमुख सचिव ने बुलाया गया।
पीआईपी प्रस्ताव पास कराने की मांग
परियोजना के सभी पैरामेडिकल कर्मचारियों को समायोजित किए जाने तथा नॉनपैरा मेडिकल श्रेणी के 504 कर्मचारियों के समायोजन के लिए पूर्व में प्रेषित किया गया पीआईपी प्रस्ताव पास कराने की मांग की गई। प्रमुख सचिव ने प्रदेश अध्यक्ष को आश्वस्त किया कि 18 नवंबर तक दिल्ली जाकर प्रस्ताव पास करवाया जाएगा और साथ ही तत्काल एनएचएम कार्यालय दिल्ली टेलीफोन से वार्ता करते हुए जल्द कार्रवाई पूरी किए जाने की बात कही।
धरना प्रदर्शन समाप्त
वार्ता के बाद सभी पदाधिकारियों ने प्रमुख सचिव का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सचिवालय के पास चल रहे धरना प्रदर्शन समाप्त किया और अगर जल्द ही उचित आदेश निर्गत ना होने की दशा में संघ पुन: वृहद आंदोलन को मजबूर होगा। आंदोलन का नेतृत्व करने वाले प्रमुख कर्मचारी पदाधिकारियों में मनीष मिश्रा प्रदेश मंत्री, सच्चिदानंद मिश्रा प्रदेश मीडिया प्रभारी, रितेश मल्ल प्रदेश अध्यक्ष, अमरीश वर्मा, सत्यम दीक्षित सिंह, निशांत द्विवेदी, संजय दुबे, पंकज विश्वकर्मा आदि लोग थे।