वाराणसी/लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने के लिए कमर कस ली है। इसी क्रम में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सर सुन्दरलाल चिकित्सालय को भारत सरकार के सपने के अनुरूप समाज के अंतिम व्यक्ति तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाया है।
यहां के अस्पताल के नेत्र विभाग में अब आधुनिक मशीनों से रेटिना लेजर सर्जरी भी होगी। बता दें कि इसके लिए नेत्र विभाग को ओप्थाल्मोलॉजी के क्षेत्रीय संस्थान का दर्जा मिल चुका है।
38.58 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. वीएन मिश्रा ने शनिवार दोपहर अपने कार्यालय के सभागार में बताया कि क्षेत्रीय संस्थान के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने नेत्र विभाग को 38.58 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत कर दी है, जिसे संस्थान के विकास में प्रयोग किया जायेगा। उन्होंने बताया कि अस्पताल में इमरजेंसी और ओपीडी में ऑनलाइन डिजिटल काउंटर भी बनाया जायेगा, जिसमें मरीज अपनी शिकायत का वीडियो बनाकर दे सकते हैं।
क्विक एक्शन टीम भी बनाई
प्रो. मिश्र ने बताया कि समस्या के समाधान के लिए क्विक एक्शन टीम भी बनाई गई है। चिकित्सा अधीक्षक ने बताया प्रयास चल रहा है कि चिकित्सालय में दिसंबर माह से सामान्य रोगियों को भी नि:शुल्क जेनरिक दवाएं प्रदान की जाएं। उन्होंने बताया कि चिकित्सालय अपने मरीजों को उच्च कोटि की आधुनिक चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि चिकित्सालय के प्रति आम जनमानस में बढ़ते विश्वास का ही परिणाम है कि वर्तमान में औसतन पांच हजार मरीज प्रतिदिन बहिरंग विभाग में आ रहे हैं।
अस्पताल का प्रयास है कि समाज के पिछड़े क्षेत्रों के निवासियों के लिए उपयुक्त शैक्षणिक सुविधाओं तथा नवीन अनुसंधान से लाभांवित होने का अवसर उपलब्ध कराया जाए। सेवाओं का लाभ राजीव गांधी दक्षिणी परिसर बरकछा में भी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सर सुन्दर लाल चिकित्सालय के सेवाओं का विस्तार राजीव गांधी दक्षिणी परिसर बरकछा स्थित स्वास्थ्य केन्द्र में किया गया हैं।
राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल करेंगी उद्घाटन
रविवार को केन्द्र के लेक्चर थियेटर का उद्घाटन केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल करेंगी। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. बीएन मिश्र ने बताया कि सामान्य रोगों के लिए दूर-दराज से आम जनमानस को लंबी दूरी तय कर इलाज के लिए बीएचयू सर सुन्दरलाल चिकित्सालय न आना पड़े। इसलिए यह प्रयास किया गया है। उन्होंने बताया दक्षिणी परिसर स्थित स्वास्थ्य केन्द्र में विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों के साथ-साथ आम जनता के लिए भी बहिरंग विभाग की भांति चिकित्सकीय परामर्श की सुविधा मिलेगी।
ये मिलेगी सुविधा
प्रो. मिश्र ने बताया केन्द्र में मेडिसिन बहिरंग विभाग, आयुर्वेद बहिरंग विभाग, दंत चिकित्सा बहिरंग विभाग, नेचुरोपैथी बहिरंग विभाग, एक्स-रे सुविधा, सीसीआई में होने वाली रक्त संबंधित सभी जांच की सुविधा, गंभीर रागियों को सर सुन्दरलाल चिकित्सालय तक लाने के लिए आईसीयू एम्बुलेन्स की सुविधा मिलेगी।
इन्हें नि:शुल्क इलाज
उन्होंने बताया इस क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या सांप काटने, आकाशीय बज्रपात से पीडि़त लोगों को नि:शुल्क इलाज मिलेगी। एक सवाल के जवाब में बताया सर सुन्दरलाल चिकित्सालय द्वारा यहां एक प्रस्ताव है, जिसके दक्षिणी परिसर में 500 बिस्तरों का एक चिकित्सालय प्रारंभ किया जाना है। इस चिकित्सालय के 100 बिस्तरों पर नेचुरोपैथी विधि से रोगियों का इलाज किये जाने का भी प्रस्ताव हैं। इसके लिए डीपीआर बन चुका हैं। वार्ता के दौरान विभागाध्यक्ष नेत्र विभाग प्रो. एमके सिंह, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आनन्द कुमार श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।