लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार मरीजों को नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से राज्य सरकार प्रदेश के 23 जिला अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध करा रही है। जल्द ही प्रदेश के दस अन्य जनपदों में मशीन लगाने का निर्णय लिया है। इसके तहत मशीन लगाने का जिम्मा एचएलएल को सौंपा गया है।
इलाज में राहत
अब घायलों का भी जल्द ही इमरजेंसी में सीटी स्कैन हो सकेगा और इलाज में राहत मिलेगी। सरकार ने प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में मशीनें लगाने का फैसला किया है। इसके लिए विभिन्न जनपदों के अस्पतालों का चयन कर लिया गया है। लखनऊ में डॉ. राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय में भी एक मशीन लगाई गयी है।
सीटी स्कैन की उपयोगिता
सीटी स्कैन एक विशेष जांच है। स्कैनर द्वारा शरीर के भीतरी हिस्सों की अलग-अलग प्रतिबिम्ब या चित्र लिये जाते हैं। शरीर के अंग विशेष की ऐसी छवि प्राप्त हो जाती है। जिसका अध्ययन कर बीमारी का सटीक निदान करना संभव हो जाता है। सीटी स्कैन सुरक्षित एवं पीड़ा रहित है। किसी भी बीमारी की पहचान में सीटी स्कैन की महत्वपूर्ण भूमि अधिकतर सीटी स्कैन शरीर के विभिन्न अंगों से जुड़ी बीमारियों के लक्षणों का पता लगाने के लिए किया जाता है।
दस अन्य जनपदों में सेन्टर खुलने जा रहे
उत्तर प्रदेश सीटी स्कैन परियोजना के प्रभारी डॉ संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के 23 जनपदों में सीटी स्कैन हो रहा है। जल्द ही दस अन्य जनपदों में सेन्टर खुलने जा रहे हैं। अस्पतालों में स्थान का चयन कर लिया गया है। डॉ संतोष ने बताया कि अमेठी, एटा, कुशीनगर, महराजगंज, महोबा, कासगंज और कानपुर में जल्द ही मशीन लगाई जायेगी। यह भारत सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से उत्तर प्रदेश सरकार के तत्वावधान में भारत सरकार की कंपनी लाईफकेयर लिमिटेड एचएलएल द्वारा संचालित है।
23 जनपदों में सीटी स्कैन सेन्टर क्रियाशील
पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, चंदौली, देवरिया, मथुरा, फर्रुखाबादए अलीगढ़, हाथरस, सीतापुर, संतकबीरदास नगर, शहाजहांपुर, कौशाम्बी, हमीरपुर, चित्रकूट, भदोही, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, अम्बेडकरनगर, बलरामपुर, औरैय्या, गाजीपुर, मऊ और लखनऊ शामिल हैं।
पीपीपी मॉडल पर सीटी स्कैन मशीन का संचालन
एनएचएम निदेशक पंकज कुमार का कहना है कि सीटी स्कैन मशीन का संचालन एनएचएम द्वारा पीपीपी मॉडल पर कराया जा रहा है। वहीं, मरीजों की मुफ्त में जांच होगी। इससे मरीजों की समय पर जांच कराकर तत्काल इलाज मिल सकेगा। प्रथम चरण में प्रदेश के 23 अस्पतालों में सीटी स्कैन मशीन लगाई गयी है। दूसरे चरण में अन्य जनपदों में सीटी स्कैन मशीन लगाई जायेगी।