प्रयागराज। पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के साथ मारपीट के बाद प्रदेश के जूनियर डॉक्टरों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है। डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में दूसरे दिन भी ओपीडी की सेवा बाधित रही। इससे सैकड़ों की संख्या में दूर-दूर से पहुंचे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि इस दौरान आकस्मिक सेवाएं चलती रहीं।
ओपीडी पूरी तरह से बन्द
मानवता को ध्यान में रखते हुए आकस्मिक सेवा के तहत किसी भी घटना या दुर्घटना में घायल मरीजों का उपचार कर रहे हैं, लेकिन ओपीडी पूरी तरह से बन्द किए हुए हैं। ओपीडी बंद होने से प्रतिदिन सैकड़ों पीडि़त अस्पताल पहुंचने के बाद वापस चले जा रहे हैं।
चिकित्सकों की कोई सुरक्षा नहीं
जूनियर डॉक्टर ममता बनर्जी सरकार को कोष रहे हैं। उनका आरोप है कि वहां चिकित्सकों की कोई सुरक्षा नहीं है। वहां बंगला बोलने वालों की सुरक्षा होती है, अन्य भाषा का प्रयोग करने वाले चिकित्सकों के साथ अभद्रता की जाती है।