लखनऊ। स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाये जा रहे टीबी मरीज को खोजने के अभियान ने जोर पकड़ लिया है। 3 लाख 20 हजार 192 लोगों की पांच दिनों में स्क्रीनिंग की गयी है। इसमें 1239 लोगों में टीबी यानी क्षय रोग के लक्षण पाये गये। इनकी जांच में पता चला कि 93 रोगियों में टीबी की पुष्टि हुई। यही 93 टीबी के मरीज साल भर में 1395 लोगों में टीबी फैला सकते हैं। गौरतलब है कि टीबी का एक मरीज साल भर में 15 लोगों को टीबी की बीमारी दे सकता है।
1239 व्यक्तियों में क्षय रोग के लक्षण
लखनऊ जिले में 10 दिवसीय रो खोज अभियान के अंतर्गत शनिवार को डॉ. वीके सिंह जिला क्षय रोग अधिकारी लखनऊ की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आहूत की गई बैठक में मूल्यांकन में यह पाया गया कि 10 दिवस कार्य के अंतर्गत 5 लाख 40,000 व्यक्तियों की 750 सदस्य दल द्वारा स्क्रीनिंग की जानी है। 5 दिन के बाद 320192 व्यक्तियों की क्षय रोग से संबंधित तथा डायबिटीज की स्क्रीनिंग की गई जिसमें 1239 व्यक्तियों में क्षय रोग के लक्षण पाए गए जिनके जांच के उपरांत कुल 93 क्षय रोगी चिन्हित किए गए।
500 रुपए प्रतिमाह की भुगतान
उपरोक्त सभी चिन्हित क्षय रोगियों को प्रशिक्षित आरएनटीसीपी स्टाफ के द्वारा चिकित्सक की देखरेख में उनके आवास के निकट उपचार की व्यवस्था प्रारंभ कर दी गई तथा अभियान के अंतर्गत सबसे ज्यादा टीबी के रोगी सरोजिनी नगर ब्लॉक में पाए गए उपरोक्त चेन्नई सभी क्षय रोगियों को भारत सरकार के द्वारा निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत 500 रुपए प्रतिमाह की भुगतान की भी व्यवस्था प्रारंभ करा दी गई है जो डीबीटी के माध्यम से शीघ्र ही उनके खातों में प्रतिमाह उपचार अवधि तक स्थानांतरित कर दी जाती रहेगी। उक्त अभियान जनपद स्तरीय समीक्षा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल द्वारा की जा रही है।